मतलबी लोगों का दौर है यारों, यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों। - Matlabi Shayari

मतलबी लोगों का दौर है यारों, यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों।

Matlabi Shayari