अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की, मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई। - Anjaam Shayari

अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की, मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई।

Anjaam Shayari