उस पर ही भेजता है वो आफ़त भी मौत भी, शायद उसे ग़रीब का बच्चा है ना-पसंद! - Aafat Shayari

उस पर ही भेजता है वो आफ़त भी मौत भी, शायद उसे ग़रीब का बच्चा है ना-पसंद!

Aafat Shayari