शिद्दत से बहारों के इंतेज़ार में सब हैं, पर फूल मोहब्बत के तो खिलने नहीं देते। - Bahaar Shayari

शिद्दत से बहारों के इंतेज़ार में सब हैं, पर फूल मोहब्बत के तो खिलने नहीं देते।

Bahaar Shayari