ज़रा सी मुस्कुराहटों की बात हमने क्या की,  वो तो मुझपर  बरस पड़े शिकायतों की तरह. - Baras Shayari

ज़रा सी मुस्कुराहटों की बात हमने क्या की, वो तो मुझपर बरस पड़े शिकायतों की तरह.

Baras Shayari