ये बहाना तेरे दीदार की ख़्वाहिश का है,  हम जो आते हैं इधर रोज़ टहलने के लिए.  - Bahane Shayari

ये बहाना तेरे दीदार की ख़्वाहिश का है, हम जो आते हैं इधर रोज़ टहलने के लिए.

Bahane Shayari