है निस-ए-शब वो दिवाना अभी तक घर नहीं आया, किसी से चाँदनी रातों का किस्सा छिड़ गया होगा। - Chandani Shayari

है निस-ए-शब वो दिवाना अभी तक घर नहीं आया, किसी से चाँदनी रातों का किस्सा छिड़ गया होगा।

Chandani Shayari