बेवजह है तभी मोहब्बत है दिलबर  वजह होती, तो साजिश होती.

बेवजह है तभी मोहब्बत है दिलबर वजह होती, तो साजिश होती.

Dilbar Shayari

तू मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है, सुकून बहुत मिलता है दिलबर तुझे अपना सोचकर.

तू मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है, सुकून बहुत मिलता है दिलबर तुझे अपना सोचकर.

दिल की हर धड़कन से जुड़ गया है तेरा ही नाम दिलबर, तुम्हारा प्यार ही बन गया है हमारा आखरी मक़ाम दिलबर..

दिल की हर धड़कन से जुड़ गया है तेरा ही नाम दिलबर, तुम्हारा प्यार ही बन गया है हमारा आखरी मक़ाम दिलबर..

यकीन करो मेरा, लाख कोशिशें कर चुकी हूँ मैं. ना सीने की धड़कन रुकती है दिलबर, ना तुम्हारी याद.

यकीन करो मेरा, लाख कोशिशें कर चुकी हूँ मैं. ना सीने की धड़कन रुकती है दिलबर, ना तुम्हारी याद.

मेरे दिल की हर धड़कन दिलबर तुम्हारे लिए है, मेरी हर दुआ तुम्हारी एक-एक मुस्कराहट के लिए है.

मेरे दिल की हर धड़कन दिलबर तुम्हारे लिए है, मेरी हर दुआ तुम्हारी एक-एक मुस्कराहट के लिए है.

दिलबर की दिल-लगी में,  दिल अपना खो चुके हैं. कल तक तो खुद के थे, आज आप के हो चुके हैं.

दिलबर की दिल-लगी में, दिल अपना खो चुके हैं. कल तक तो खुद के थे, आज आप के हो चुके हैं.

आँखों के रास्ते आप मेरे दिल में उतर गये, दिलबर आप तो हद से गुज़र गये.

आँखों के रास्ते आप मेरे दिल में उतर गये, दिलबर आप तो हद से गुज़र गये.

मैं तो बस एक ही उम्मीद में रहती हूँ सदा, अपने दिलबर को देखूँ, जो मेरी नज़रों में रहता है.

मैं तो बस एक ही उम्मीद में रहती हूँ सदा, अपने दिलबर को देखूँ, जो मेरी नज़रों में रहता है.

खुलता नहीं है हाल किसी पर कहे बग़ैर, पर दिल की जान लेते हैं दिलबर कहे बग़ैर.

खुलता नहीं है हाल किसी पर कहे बग़ैर, पर दिल की जान लेते हैं दिलबर कहे बग़ैर.

ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए दिलबर मुझे बस तेरी एक झलक चाहिए..

ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए दिलबर मुझे बस तेरी एक झलक चाहिए..

बेरूखी दुनिया में कोई, रंगीन दिलचस्प इश्तहार बनो, सुकून से पढ़ना चाहें सब, वो इतवार का अखबार बनो.

बेरूखी दुनिया में कोई, रंगीन दिलचस्प इश्तहार बनो, सुकून से पढ़ना चाहें सब, वो इतवार का अखबार बनो.

शायद किसी रोज उनसे मुलाकात होगी, देखना दिलचस्प होगा कि किस शिकायत पर बात होगी.

शायद किसी रोज उनसे मुलाकात होगी, देखना दिलचस्प होगा कि किस शिकायत पर बात होगी.

बड़ी ही दिलचस्प इस सुबह की बात है, हम रात चाँद में डूबे थे और अब सूरज का साथ है.

बड़ी ही दिलचस्प इस सुबह की बात है, हम रात चाँद में डूबे थे और अब सूरज का साथ है.

उसके झूठ बोलने के तरीके इतने दिलचस्प थे, कि वह हँसते-हँसते उसे सच बना दिया करती थी.

उसके झूठ बोलने के तरीके इतने दिलचस्प थे, कि वह हँसते-हँसते उसे सच बना दिया करती थी.

अधूरी ही ठीक है मोहब्बत मेरी, सुना है मुक्कमल किस्से दिलचस्प नहीं होते.

अधूरी ही ठीक है मोहब्बत मेरी, सुना है मुक्कमल किस्से दिलचस्प नहीं होते.

कभी फुर्सत में खुद से मिलेंगे, सुना है कि बहुत दिलचस्प है हम.

कभी फुर्सत में खुद से मिलेंगे, सुना है कि बहुत दिलचस्प है हम.

ग़र भुला सको तो एक बुरी याद हूँ मैं, ग़र सिने में छुपाओ तो एक दिलचस्प अहसास हूँ मैं.

ग़र भुला सको तो एक बुरी याद हूँ मैं, ग़र सिने में छुपाओ तो एक दिलचस्प अहसास हूँ मैं.

करीब रहा करो शायरों के दिलचस्प इनकी कहानी होती है, हो उम्र कितनी भी अंदाज-ए-बयाँ में इनके जवानी होती है.

करीब रहा करो शायरों के दिलचस्प इनकी कहानी होती है, हो उम्र कितनी भी अंदाज-ए-बयाँ में इनके जवानी होती है.

एक तेरा ही तो ख्याल है मेरे पास, वरना कौन अकेले में मुस्कुराता है.

एक तेरा ही तो ख्याल है मेरे पास, वरना कौन अकेले में मुस्कुराता है.