तेरी यादे भी क्या गजब की थी उनमे मैं चूर हो रहा हूँ, लिखता हूँ सिर्फ तेरे ही बारे में और मशहूर हो रहा हूँ।

तेरी यादे भी क्या गजब की थी उनमे मैं चूर हो रहा हूँ, लिखता हूँ सिर्फ तेरे ही बारे में और मशहूर हो रहा हूँ।

love shayari

हमे इस बात से कोई फर्क नही पड़ता आपने किसे चाहा और कितना चाहा, हम तो सिर्फ इतना जानते है हमने तो सिर्फ आपको चाहा और हद से ज्यादा चाहा..

हमे इस बात से कोई फर्क नही पड़ता आपने किसे चाहा और कितना चाहा, हम तो सिर्फ इतना जानते है हमने तो सिर्फ आपको चाहा और हद से ज्यादा चाहा..

दोनों की पहली चाहत थी, दोनों एक दूसरे को टूट कर चाहा करते थे, वो कसमे लिखा करती थी, और हम वादे लिखा करते थे।

दोनों की पहली चाहत थी, दोनों एक दूसरे को टूट कर चाहा करते थे, वो कसमे लिखा करती थी, और हम वादे लिखा करते थे।

अब हम उनसे नही करते है ज्यादा बात, क्योंकि उनसे मिलके रोक नही पाते है हम अपने जज्बात।

अब हम उनसे नही करते है ज्यादा बात, क्योंकि उनसे मिलके रोक नही पाते है हम अपने जज्बात।

जिस दिन ये आँखे तेरा दीदार करती है, उस दिन मेरे दिल की धड़कने एक नया त्यौहार करती है।

जिस दिन ये आँखे तेरा दीदार करती है, उस दिन मेरे दिल की धड़कने एक नया त्यौहार करती है।

चाहता हूँ तुझे अपने दिल में छुपाना, क्योंकि मेरी जान बहुत बुरा है जमाना।

चाहता हूँ तुझे अपने दिल में छुपाना, क्योंकि मेरी जान बहुत बुरा है जमाना।

तेरी परछाई बन कर तेरे साथ रहने का इरादा करते हैं, कभी छोड़ेंगे नही तेरा साथ तेरे साथ मरने का वादा करते है।

तेरी परछाई बन कर तेरे साथ रहने का इरादा करते हैं, कभी छोड़ेंगे नही तेरा साथ तेरे साथ मरने का वादा करते है।

कुछ इतने खामोश हुआ करते है, वो शरेआम नही हुआ करते है, कुछ रिश्ते सिर्फ महसूस हुआ करते है, उनके कोई नाम नही हुआ करते है।

कुछ इतने खामोश हुआ करते है, वो शरेआम नही हुआ करते है, कुछ रिश्ते सिर्फ महसूस हुआ करते है, उनके कोई नाम नही हुआ करते है।

नजरे कर्म मुझ पर इतना न कर, की तेरी इश्क में मैं बाघी हो जाऊ, मुझे इतना न पिला इश्क ए जाम, की मैं इस जहर की आदि हो जाऊँ।

नजरे कर्म मुझ पर इतना न कर, की तेरी इश्क में मैं बाघी हो जाऊ, मुझे इतना न पिला इश्क ए जाम, की मैं इस जहर की आदि हो जाऊँ।

हम अक्लमंद भी इतने है की उनका झूठ पकड़ लेते है, और उनसे प्यार भी इतना है की उनके झूठ को भी सच मान लेते है।

हम अक्लमंद भी इतने है की उनका झूठ पकड़ लेते है, और उनसे प्यार भी इतना है की उनके झूठ को भी सच मान लेते है।

बीते पलों को बापस नही ला सकोगे, सूखे फूलो को कभी नही खिला सकोगे, भले ही हम से दूर चले जाओ, लेकिन कभी हमे भुला नही सकोगे।

बीते पलों को बापस नही ला सकोगे, सूखे फूलो को कभी नही खिला सकोगे, भले ही हम से दूर चले जाओ, लेकिन कभी हमे भुला नही सकोगे।

इतना भरोसा तो अपने वजूद पर रखते है, कोई हमसे कितना भी दूर हो जाये, पर हमे भुला नही सकता है।

इतना भरोसा तो अपने वजूद पर रखते है, कोई हमसे कितना भी दूर हो जाये, पर हमे भुला नही सकता है।

मेरी तकमील में शामिल हैं कुछ तेरे हिस्से भी, हम अगर तुझसे न मिलते तो अधूरे रह जाते।

मेरी तकमील में शामिल हैं कुछ तेरे हिस्से भी, हम अगर तुझसे न मिलते तो अधूरे रह जाते।

अब हम मोहब्बत के उस मुक़ाम पर आ चुके हैं, जहाँ दिल किसी और को सोचे भी तो गुनाह होता है।

अब हम मोहब्बत के उस मुक़ाम पर आ चुके हैं, जहाँ दिल किसी और को सोचे भी तो गुनाह होता है।

तू मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है, सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।

तू मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है, सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।

मजा आता अगर गुजरी हुई बातों का अफसाना, कहीं से तुम बयाँ करते कहीं से हम बयाँ करते।

मजा आता अगर गुजरी हुई बातों का अफसाना, कहीं से तुम बयाँ करते कहीं से हम बयाँ करते।

मिला वो लुत्फ हमको डूब कर तेरे ख्यालों में, कहाँ अब फर्क बाकी है अंधेरे और उजालों में।

मिला वो लुत्फ हमको डूब कर तेरे ख्यालों में, कहाँ अब फर्क बाकी है अंधेरे और उजालों में।

सुकून मिल गया मुझ को बदनाम होकर, आपके हर एक इल्ज़ाम पे यूँ बेजुबान होकर, लोग पढ़ ही लेंगें आपकी आँखों में मोहब्बत, चाहे कर दो इनकार यूँ अनजान होकर।

सुकून मिल गया मुझ को बदनाम होकर, आपके हर एक इल्ज़ाम पे यूँ बेजुबान होकर, लोग पढ़ ही लेंगें आपकी आँखों में मोहब्बत, चाहे कर दो इनकार यूँ अनजान होकर।

इस लफ्ज-ए-मोहब्बत का इतना सा फसाना है, सिमटे तो दिल-ए-आशिक बिखरे तो जमाना है।

इस लफ्ज-ए-मोहब्बत का इतना सा फसाना है, सिमटे तो दिल-ए-आशिक बिखरे तो जमाना है।