भटकते रहे हैं बादल की तरह, सीने से लगालो आँचल की तरह, गम के रास्ते पर ना छोड़ना अकेले, वरना टूट जाएँगे पायल की तरह।
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भटकते रहे हैं बादल की तरह, सीने से लगालो आँचल की तरह, गम के रास्ते पर ना छोड़ना अकेले, वरना टूट जाएँगे पायल की तरह।

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