मेरे किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी खुदा ने, मुझसे बस वही पन्ना गुम हो गया जिसमें तेरा जिक्र होना था…

मेरे किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी खुदा ने, मुझसे बस वही पन्ना गुम हो गया जिसमें तेरा जिक्र होना था…

dard bhari shayari

वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी, उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।

वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी, उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।

रीत है ना जाने कैसी ये जमाने की, सजा मिलती है यहाँ दिल लगाने की। ना बिठाओ किसी को दिल में इतना कि, फिर दुआ मांगनी पड़े उसे भूल जाने की।

रीत है ना जाने कैसी ये जमाने की, सजा मिलती है यहाँ दिल लगाने की। ना बिठाओ किसी को दिल में इतना कि, फिर दुआ मांगनी पड़े उसे भूल जाने की।

आज रास्ते में कुछ प्यार के खत मुझे टुकड़ो में मिले, शायद फिर किसी गरीब के मोहब्बत का तमाशा हो गया।

आज रास्ते में कुछ प्यार के खत मुझे टुकड़ो में मिले, शायद फिर किसी गरीब के मोहब्बत का तमाशा हो गया।

दिल के टूटने से नही होती है आवाज़, आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़, गम का कभी भी हो सकता है आगाज़, और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास।

दिल के टूटने से नही होती है आवाज़, आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़, गम का कभी भी हो सकता है आगाज़, और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास।

हम तो हँसते हैं, दूसरों को हँसाने के लिए वरना जख्म इतने है, कि ठीक से रोया भी नहीं जाता।

हम तो हँसते हैं, दूसरों को हँसाने के लिए वरना जख्म इतने है, कि ठीक से रोया भी नहीं जाता।

काश वो समझते इस दिल की तड़प को तो यूँ हमें, रुसवा ना किया होता उनकी ये बेरुखी भी, मंजूर थी हमें बस एक बार हमें समझ लिया होता…

काश वो समझते इस दिल की तड़प को तो यूँ हमें, रुसवा ना किया होता उनकी ये बेरुखी भी, मंजूर थी हमें बस एक बार हमें समझ लिया होता…

बहुत मतलबी हैं यहाँ के लोग, पहले आदत बनाते है, फिर करीब आते हैं, और जब प्यार हो जाये तो, छोड़ कर चले जाते हैं।

बहुत मतलबी हैं यहाँ के लोग, पहले आदत बनाते है, फिर करीब आते हैं, और जब प्यार हो जाये तो, छोड़ कर चले जाते हैं।

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे, एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे, तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे, एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे, तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

संवर रही है अब वो किसी और के लिए, पर मैं बिखर रहा हूं, आज भी उसी के लिए।

संवर रही है अब वो किसी और के लिए, पर मैं बिखर रहा हूं, आज भी उसी के लिए।

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज खोल दे, हम इस ख्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज खोल दे, हम इस ख्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

ये तो बस वही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम, जिसने जिंदगी में किसी को, पाने से पहले खोया हो।

ये तो बस वही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम, जिसने जिंदगी में किसी को, पाने से पहले खोया हो।

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ हमदम, दर्द हो तो समझ लेना कि मोहब्बत अब भी बाकी है।

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ हमदम, दर्द हो तो समझ लेना कि मोहब्बत अब भी बाकी है।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे; दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे, तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे, सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे; दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे, तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे, सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।

तरस आता है इन मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती है, अब रोया नहीं जाता।

तरस आता है इन मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती है, अब रोया नहीं जाता।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं।

दर्द में भी मुस्कुरा देता हूं, अपनों से ही दर्द छुपा लेता हूं।

दर्द में भी मुस्कुरा देता हूं, अपनों से ही दर्द छुपा लेता हूं।

यह इश्क का जुआ हम भी, खेल चुके हैं दोस्त, रानी किसी और की हुई और, जोकर हम बन गए।

यह इश्क का जुआ हम भी, खेल चुके हैं दोस्त, रानी किसी और की हुई और, जोकर हम बन गए।