मैंने तुझे शब्दों में महसूस किया है, लोग तो तेरी तस्वीर पसन्द करते है !
छोटी-छोटी बातों पर नाराज मत हुआ करो, और गलती हो जाए, तो माफ कर दिया करो, अरे नाराज तब होना, जब हम रिश्ता तोड़ देंगे, ऐसा तब होगा, जब हम दुनिया छोड़ देंगे।
इंतेज़ार रहता है हर शाम तेरा, रातें काट ते है ले ले के नाम तेरा, मुद्दत से बैठी हू ये आस पाले, शायद अब आ जाए कोई पैगाम तेरा।
उनकी चाहत में हम कुछ इस तरह बंधे है, की वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं।
जब भी चाहा सिर्फ तुम्हें चाहा, पर कभी तुमसे कुछ नहीं चाहा।
ज़िंदगी से अपना हर दर्द छुपा लेना, ख़ुशी न सही गम गले लगा लेना, कोई अगर कहे मोहब्बत आसान है, तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना।
बेवजह अब ज़िन्दगी में प्यार के बीज न बोए कोई. मोहब्बत के पेड़ हमेशा ग़म की बारिश ही लाते है।
एक हसरत थी, कि कभी वो भी हमें मनायें,पर ये कमबख्त दिल कभी, उनसे रूठा ही नहीं।
प्यार तो ज़िन्दगी को सजाने के लिए है, पर ज़िन्दगी बस दर्द बहाने के लिए है, मेरे अंदर की उदासी काश कोई पढ़ ले, ये हँसता हुआ चेहरा तो ज़माने के लिए है।
हालत जो भी हो,हर हाल में एक दुसरे को, समझ पाना ही “सच्ची मोहब्बत” है।
आदत बदल दू कैसे तेरे इंतज़ार की, ये बात अब नही है मेरे इकतियार की, देखा भी नही तुझ को फिर भी याद करते है, बस ऐसी ही खुश्बू है दिल मे तेरे प्यार की।
प्यार कहते हैं, आशिकी कहते हैं, कुछ लोग उसे बंदगी कहते हैं, मगर जिसके साथ हमें मोहब्बत है, हम उन्हें अपनी जिंदगी कहते हैं।
हमें क्या पता था, कि इश्क कैसा होता है, हमें तो बस आप मिले और, इश्क हो गया।
सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर, इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता? बस पत्थर बन के रह जाता “ताज महल”अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता..
पत्थर के दिल में भी जगह बना ही लेता है, ये प्यार है अपनी मंजिल को पा ही लेता है।
इनकार करते करते इकरार कर बैठे, हम तो एक बेवफा से प्यार कर बैठे।
सुनते नहीं क्यु दिल की पुकारे, बेताब कर गए हे आपके नज़ारे, चलो बेगाना करके इस जहाँ को, बन जाओ ना तुम हमदम हमारे।
तेरे ख्याल से ही एक रौनक आ जाती है दिल में, तुम रूबरू आओगे तो जाने क्या आलम होगा।