जा तुझ को तेरे हाल पे छोड़ा, इस से बेहतर तेरी सजा भी क्या है।

जा तुझ को तेरे हाल पे छोड़ा, इस से बेहतर तेरी सजा भी क्या है।

bewafa shayari

बहुत छोटी List है, मेरी ख्वाइशों की, पहली भी तुम और आखरी भी तुम।

बहुत छोटी List है, मेरी ख्वाइशों की, पहली भी तुम और आखरी भी तुम।

उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी, अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने।

उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी, अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने।

जाम पीकर भी ना खोते थे होश कभी, आज बिन पिए भी हम लड़खड़ाने लगे हैं, पहले कहती थी ये दुनिया हमको बेवफा,  आज वो भी इल्जाम बेवफाई का लगाने लगे हैं…

जाम पीकर भी ना खोते थे होश कभी, आज बिन पिए भी हम लड़खड़ाने लगे हैं, पहले कहती थी ये दुनिया हमको बेवफा, आज वो भी इल्जाम बेवफाई का लगाने लगे हैं…

गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती, सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती, मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त, प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।

गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती, सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती, मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त, प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।

किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना, मोहब्बत में यही लम्हा क़यामत की निशानी है।

किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना, मोहब्बत में यही लम्हा क़यामत की निशानी है।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।

इलाही क्यूँ नहीं उठती क़यामत माजरा क्या है, हमारे सामने पहलू में वो दुश्मन के बैठे हैं।

इलाही क्यूँ नहीं उठती क़यामत माजरा क्या है, हमारे सामने पहलू में वो दुश्मन के बैठे हैं।

मेरी आँखों से बहने वाला ये आवारा सा आसूँ, पूछ रहा है पलकों से तेरी बेवफाई की वजह।

मेरी आँखों से बहने वाला ये आवारा सा आसूँ, पूछ रहा है पलकों से तेरी बेवफाई की वजह।

तू बेवफा है तेरी बेवफ़ाई में दिल बेकरार ही ना करूँ, तू हुक्म दे तो तेरा इंतेज़ार ही ना करूँ, बेवफा है तो कुछ इस कदर बेवफ़ाई कर, कि तेरे बाद मैं किसी और से प्यार ही ना करूँ।

तू बेवफा है तेरी बेवफ़ाई में दिल बेकरार ही ना करूँ, तू हुक्म दे तो तेरा इंतेज़ार ही ना करूँ, बेवफा है तो कुछ इस कदर बेवफ़ाई कर, कि तेरे बाद मैं किसी और से प्यार ही ना करूँ।

आंसुओ तले मेरे सारे अरमान बह गये, जिनसे उम्मीद लगाए थे वही बेवफा हो गये, थी हमे जिन चिरागो से उजाले की चाह, वो चिराग ना जाने किन अंधेरो में खो गये।

आंसुओ तले मेरे सारे अरमान बह गये, जिनसे उम्मीद लगाए थे वही बेवफा हो गये, थी हमे जिन चिरागो से उजाले की चाह, वो चिराग ना जाने किन अंधेरो में खो गये।

उसने जी भर के मुझको चाहा था, फ़िर हुआ यूँ के उसका जी भर गया।

उसने जी भर के मुझको चाहा था, फ़िर हुआ यूँ के उसका जी भर गया।

वो तो अपने दर्द रो-रो के सुनाते रहे, हमारी तन्हाइयों से आँख चुराते रहे, और हमें बेवफा का नाम मिला क्योंकि, हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे।

वो तो अपने दर्द रो-रो के सुनाते रहे, हमारी तन्हाइयों से आँख चुराते रहे, और हमें बेवफा का नाम मिला क्योंकि, हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे।

तुम बदले तो मजबूरियाँ थी, हम बदले तो बेवफ़ा हो गए।

तुम बदले तो मजबूरियाँ थी, हम बदले तो बेवफ़ा हो गए।

हम तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आए थे, तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे, किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा, हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।

हम तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आए थे, तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे, किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा, हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना, तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना, मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना, मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना, तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना, मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना, मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।

प्यार किसी को करोगे रुस्वाई ही मिलेगी, वफ़ा कर लो चाहे जितनी बेवफाई ही मिलेगी, जितना मर्जी किसी को अपना बना लो, जब आँख खुलेगी तन्हाई ही मिलेगी।

प्यार किसी को करोगे रुस्वाई ही मिलेगी, वफ़ा कर लो चाहे जितनी बेवफाई ही मिलेगी, जितना मर्जी किसी को अपना बना लो, जब आँख खुलेगी तन्हाई ही मिलेगी।

ये बेवफा सनम वफा की कीमत क्या जाने है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने, जिन्हे मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर, वो भला प्यार की कीमत क्या जाने।

ये बेवफा सनम वफा की कीमत क्या जाने है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने, जिन्हे मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर, वो भला प्यार की कीमत क्या जाने।

समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।

समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।