सो रही है दुनिया, बस एक सपनों का तलबगार जाग रहा है, दिन भी छोटे और रातें भी छोटी लगती हैं, समय जैसे जिंदगी से भी तेज भाग रहा है।
नये-नये रिश्तों में नई-नई सी महक साथ हैं, अब कौन कितनी देर महकेगा, ये वक्त की बात है।
वक़्त नूर को बे -नूर कर देता है, से जख़्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपने से दूर होना, लेकिन वक़्त सबको मज़बूर कर देता है।
आगे वही बढ़ पायेगा, जो जिंदगी को अपने हिसाब से चलाएगा, कौन रहेगा मैदान में कौन बाजी हारेगा, किस्मे है कितना दम अब ये समय बताएगा।
वक्त, मौसम और लोगों की एक ही फितरत होती है, कब, कौन और कहाँ बदल जाए कुछ कह नहीं सकते।
कुछ वक़्त ख़ामोश होकर देखा, लोग सच में भूल जाते हैं।
दिल को उदास करने जब तन्हाई आती है, समय गुजर जाता है बस यादें साथ निभाती हैं।
हार जाते हैं वो जो समय के आगे घुटने टेक दिया करते हैं, जीत उन्हीं की होती है जो बहानों के लिबासों को उतार फेंक दिया करते हैं।
एहसान तुम्हारे एकमुश्त, किश्तों में चुकाए हैं हमनें, कुछ वक्त लगा पर अश्कों के, कुछ सूद चुकाए हैं हमनें।
जो रोऊंगा तो पलकों पे नमी रह जायेगी, ज़िन्दगी बस नाम की जिन्दगी रह जायेगी, ये नहीं कि तुम बिन जी न पाउँगा, हाँ मगर जिन्दगी में हर समय एक तेरी कमी रह जायेगी।
जिन्दगी जख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो, हारना तो है एक दिन मौत से फिलहाल जिन्दगी जीना सीख लो।।
वक़्त से पहले हादसों से लड़ा हूँ, मैं अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूँ।
जब आप का नाम जुबान पर आता हैं, पता नहीं दिल क्यों मुस्कुराता हैं, तसल्ली होती है मन को कोई तो है अपना जो हँसते हुए हर समय याद आता हैं ।
हमारे ख़ातिर ज़रा कुछ पल उधार लेके आओ, वक्त मिले तो हमारे लिए भी कुछ वक्त ले आओ।
जब हम रिश्तों के लिए वक़्त नहीं निकाल पाते, तब वक़्त हमारे बीच से रिश्ते को निकाल देता है।
समय बदलने से उतनी तकलीफ नहीं होती, जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है।
रात तो वक्त की पाबंद है, ढल जायेगी, देखना तो ये है दीयों का सफर कितना होगा।।
समय सब के पास हैं लेकिन हमेशा के लिए नहीं जो चाहे कर लो आज में ही कल का भरोसा नहीं।