मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए। - 2 LINES Shayari

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

2 LINES Shayari