हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे!

हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे!

2 LINES Shayari

माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत हम भी शिकारी हैं, ठोंक देंगे !

माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत हम भी शिकारी हैं, ठोंक देंगे !

लगाके इश्क़ की बाजी सुना है दिल दे बैठे हो, मुहब्बत मार डालेगी अभी तुम फूल जैसे हो।

लगाके इश्क़ की बाजी सुना है दिल दे बैठे हो, मुहब्बत मार डालेगी अभी तुम फूल जैसे हो।

नब्ज़ क्या ख़ाक बोलेगी.. हुज़ूर जो दिल पे गुज़री है वो दिल ही जानता है।

नब्ज़ क्या ख़ाक बोलेगी.. हुज़ूर जो दिल पे गुज़री है वो दिल ही जानता है।

अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ।

अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ।

बेवजह कोई नहीं रोता इश्क में यारों, जिसे खुद से ज्यादा चाहो वही रुलाता जरूर है।

बेवजह कोई नहीं रोता इश्क में यारों, जिसे खुद से ज्यादा चाहो वही रुलाता जरूर है।

पूछा न जिंदगी में किसी ने भी दिल का हाल, अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।

पूछा न जिंदगी में किसी ने भी दिल का हाल, अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।

हम जैसे लोग कीमत से नही किस्मत से मिला करते हैं।

हम जैसे लोग कीमत से नही किस्मत से मिला करते हैं।

दिल चाहता हैं कि फिर अजनबी बनकर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ हम उम्मीद बनकर देखें।

दिल चाहता हैं कि फिर अजनबी बनकर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ हम उम्मीद बनकर देखें।

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

तुम तो अपने थे जरा हाथ तो बढ़ाया होता, गैर भी डूबने वाले को बचा लेते है!

तुम तो अपने थे जरा हाथ तो बढ़ाया होता, गैर भी डूबने वाले को बचा लेते है!

कुछ बेगाने है इसलिए चुप हैं, कुछ चुप है इसलिए बेगाने है।

कुछ बेगाने है इसलिए चुप हैं, कुछ चुप है इसलिए बेगाने है।

दुनिया की भीड़ हो तुम्हें मुबारक हम अपना रास्ता खुद बनाते हैं

दुनिया की भीड़ हो तुम्हें मुबारक हम अपना रास्ता खुद बनाते हैं

कौन कहता हैं मोहब्बत की जुबाँ होती हैं, ये तो वो हकीकत हैं, जो आँखो से बयाँ होती हैं।

कौन कहता हैं मोहब्बत की जुबाँ होती हैं, ये तो वो हकीकत हैं, जो आँखो से बयाँ होती हैं।

आप अच्छे हैं अच्छे से रहना हम बुरे हैं हमसे दूर ही रहना।

आप अच्छे हैं अच्छे से रहना हम बुरे हैं हमसे दूर ही रहना।

चाँद भी झाँकता है खिड़कियों से, मेरी तन्हाईयों की चर्चा अब आसमानों में है।

चाँद भी झाँकता है खिड़कियों से, मेरी तन्हाईयों की चर्चा अब आसमानों में है।

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई, और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई।

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई, और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई।

जो टूटकर भी मुस्कुरा दे, ऐसा बेशरम इंसान हूं मैं!

जो टूटकर भी मुस्कुरा दे, ऐसा बेशरम इंसान हूं मैं!

कभी तो अपने अन्दर भी कमियां ढूढ़े, ज़माना मेरे गिरेबान में झाँकता क्यूँ हैं।

कभी तो अपने अन्दर भी कमियां ढूढ़े, ज़माना मेरे गिरेबान में झाँकता क्यूँ हैं।