ये सोचकर हमने ख़ुद को बेरंग रखा है, सुना है सादगी ही मोहब्बत की रूह होती है! - Mohabbat Shayari

ये सोचकर हमने ख़ुद को बेरंग रखा है, सुना है सादगी ही मोहब्बत की रूह होती है!

Mohabbat Shayari