धन के आते ही इंसान की नियत बदल जाती है मंजिल मिलते ही इंसान की फितरत बदल जाती है!

धन के आते ही इंसान की नियत बदल जाती है मंजिल मिलते ही इंसान की फितरत बदल जाती है!

Ghamand Status

रिश्ते तब टूटने लगते है जब कोई अहंकारी हो जाए अच्छा है मांग कर माफी वो रिश्ता निभाया जाए ।

रिश्ते तब टूटने लगते है जब कोई अहंकारी हो जाए अच्छा है मांग कर माफी वो रिश्ता निभाया जाए ।

वक्त वक्त की बात आज तुम्हारा है, इसका मतलब ये नही कि कल भी तुम्हारा ही हो।

वक्त वक्त की बात आज तुम्हारा है, इसका मतलब ये नही कि कल भी तुम्हारा ही हो।

बोल दिया होता तुम्हे दर्द देना है ऐ ज़िंदगी मोहब्बत को बीच में लाने की क्या जरुरत थी !

बोल दिया होता तुम्हे दर्द देना है ऐ ज़िंदगी मोहब्बत को बीच में लाने की क्या जरुरत थी !

हम को खरीदने की कोशिश मत करना हम उन पुरखो के वारिस है जिन्हो ने ‪मुजरे में ‬हवेलिया दान कर दी थी !

हम को खरीदने की कोशिश मत करना हम उन पुरखो के वारिस है जिन्हो ने ‪मुजरे में ‬हवेलिया दान कर दी थी !

माना कि मैं बुरा हूँ पर दूसरे लोगो की तरह किसी पर कीचड़ नहीं उछा!

माना कि मैं बुरा हूँ पर दूसरे लोगो की तरह किसी पर कीचड़ नहीं उछा!

मुझे तलाश है जो मेरी रुह से प्यार करे वरना इन्सान तो पैसों से भी मिल जाया करते हैं !

मुझे तलाश है जो मेरी रुह से प्यार करे वरना इन्सान तो पैसों से भी मिल जाया करते हैं !

औकात की बात मत कर ‪ऐ दोस्त लोग तेरी ‪बंदूक से ज्यादा मेरी मूँछ से डरते है !

औकात की बात मत कर ‪ऐ दोस्त लोग तेरी ‪बंदूक से ज्यादा मेरी मूँछ से डरते है !

हम आपके हर अंदाज से वाकिफ है जनाब आप घमंड तो रखते हो पर हमारे साथ होने का !

हम आपके हर अंदाज से वाकिफ है जनाब आप घमंड तो रखते हो पर हमारे साथ होने का !

गुरूर के भी अजब हैं किस्से आज मिट्टी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे !

गुरूर के भी अजब हैं किस्से आज मिट्टी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे !

चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह मगर ख़ामोश हूँ अपनी तक़दीर की तरह !

चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह मगर ख़ामोश हूँ अपनी तक़दीर की तरह !

कभी सम्मान तो कभी सादगी भी घमंड का कारण बन जाती है !

कभी सम्मान तो कभी सादगी भी घमंड का कारण बन जाती है !

मेरे सारे कसूरों पर भारी मेरे एक कसूर है मैं उसे पसंद करता हूँ बस इसी बात का उसे गुरूर है !

मेरे सारे कसूरों पर भारी मेरे एक कसूर है मैं उसे पसंद करता हूँ बस इसी बात का उसे गुरूर है !

जिसने कद्र-ऐ-बलिदान को जाना है घमंडी उसे ही जगत ने माना है !

जिसने कद्र-ऐ-बलिदान को जाना है घमंडी उसे ही जगत ने माना है !

किस बात का इतना घमंड किस बात का इतना गुरूर वक़्त के हाथों बने सब शेर वक़्त ही करे सब चकनाचूर !

किस बात का इतना घमंड किस बात का इतना गुरूर वक़्त के हाथों बने सब शेर वक़्त ही करे सब चकनाचूर !

हम खुदा से उस शक्स को पाने की दुआ कर बैठे है जिसे खुद के होने पे ही इतना घमंड है !

हम खुदा से उस शक्स को पाने की दुआ कर बैठे है जिसे खुद के होने पे ही इतना घमंड है !

पैसा बहुत था पर वो अपनी औक़ात खो बैठा अमीरी के फेर में जब पिता का साथ खो बैठा !

पैसा बहुत था पर वो अपनी औक़ात खो बैठा अमीरी के फेर में जब पिता का साथ खो बैठा !

आज हमसे वो “पूछ” रहे है हमारी औकात, जो हमारी “रहमतों” के कर्जदार आज भी हैं!

आज हमसे वो “पूछ” रहे है हमारी औकात, जो हमारी “रहमतों” के कर्जदार आज भी हैं!

वो मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बता रहे है, जिनकी औकात मेरे Attitude के बराबर भी नहीं!

वो मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बता रहे है, जिनकी औकात मेरे Attitude के बराबर भी नहीं!