Ghamand Status, Shayari, and Images in Hindi
Best Ghamand Status, Shayari, Messages, and Quotes With Images in Hindi.
Best Ghamand Status, Shayari, Messages, and Quotes With Images in Hindi.
तुझे तेरा घमंड ही हरायेगा मैं कौन हूं ये तो वक्त बताएगा!
बहुत घमंड भी था मुझे तुम्हारा होने का, पर घमंड था ना, एक दिन टूटना ही था!
कभी भी अपनी दौलत-शौहरत पर घमण्ड न करना, यहाँ कोई अमर नही।
सुन्दर दिल वाले से प्यार करना चाहिए, अक्सर खूबसूरत चेहरे के पीछे घमंड छिपा होता है।
चेहरे पर हंसी छा जाती हैं आँखों में सुरूर आ जाता हैं जब तुम मुझे अपना कहते हो मुझे खुद पर गुरूर आ जाता हैं !
घमंड किसी का भी नहीं रहता साहब टूटने से पहले गुल्लक को भी लगता है कि सारे पैसे उसी के है..!
मैं अन्धेरा हूं तो अफसोस क्यूं करूं मुझे गुरूर है रोशनी का वजूद मुझसे है !
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं !
जब घमण्ड तेरा हद पार कर जाए तो तब शमसान का एक चक्कर लगा आना तुजसे बेहतरीन लोग वहां राख बने पड़े है !।
हाथ की लकीरों पर नहीं बल्कि हाथ की लकीरें बनाने वाले पर भरोसा करो ।
आप ज़िन्दगी में जितने अच्छे बनोगे उतने ही घटिया लोग मिलेंगे ।
मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत के लिए !
तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे वरना कोई नहीं था तुझसे ज्यादा करीब मेरे !
घमंड मत करना कभी, वक़्त वजुद और विरासत, कब खत्म हो जाए पता भी नही चलता किसी को।
घमंड और पेट जब ये दोनों बढ़तें हैं तब इन्सान चाह कर भी किसी को गले नहीं लगा सकता !
रिश्ते तब टूटने लगते है जब कोई अहंकारी हो जाए अच्छा है मांग कर माफी वो रिश्ता निभाया जाए ।
वक्त वक्त की बात आज तुम्हारा है, इसका मतलब ये नही कि कल भी तुम्हारा ही हो।
बोल दिया होता तुम्हे दर्द देना है ऐ ज़िंदगी मोहब्बत को बीच में लाने की क्या जरुरत थी !
हम को खरीदने की कोशिश मत करना हम उन पुरखो के वारिस है जिन्हो ने मुजरे में हवेलिया दान कर दी थी !
माना कि मैं बुरा हूँ पर दूसरे लोगो की तरह किसी पर कीचड़ नहीं उछा!
मुझे तलाश है जो मेरी रुह से प्यार करे वरना इन्सान तो पैसों से भी मिल जाया करते हैं !
औकात की बात मत कर ऐ दोस्त लोग तेरी बंदूक से ज्यादा मेरी मूँछ से डरते है !
हम आपके हर अंदाज से वाकिफ है जनाब आप घमंड तो रखते हो पर हमारे साथ होने का !
गुरूर के भी अजब हैं किस्से आज मिट्टी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे !
धन के आते ही इंसान की नियत बदल जाती है मंजिल मिलते ही इंसान की फितरत बदल जाती है!
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह मगर ख़ामोश हूँ अपनी तक़दीर की तरह !
कभी सम्मान तो कभी सादगी भी घमंड का कारण बन जाती है !
मेरे सारे कसूरों पर भारी मेरे एक कसूर है मैं उसे पसंद करता हूँ बस इसी बात का उसे गुरूर है !
जिसने कद्र-ऐ-बलिदान को जाना है घमंडी उसे ही जगत ने माना है !
किस बात का इतना घमंड किस बात का इतना गुरूर वक़्त के हाथों बने सब शेर वक़्त ही करे सब चकनाचूर !
हम खुदा से उस शक्स को पाने की दुआ कर बैठे है जिसे खुद के होने पे ही इतना घमंड है !
पैसा बहुत था पर वो अपनी औक़ात खो बैठा अमीरी के फेर में जब पिता का साथ खो बैठा !