कुछ के पास बहाने होते है और कुछ के पास नतीजे।

कुछ के पास बहाने होते है और कुछ के पास नतीजे।

Aukat Shayari

एक अलग सी पहचान बनाने  की आदत है हमें, जख्म  हो जितना गहरा उतना मुस्कुराने की आदत है हमें!

एक अलग सी पहचान बनाने की आदत है हमें, जख्म हो जितना गहरा उतना मुस्कुराने की आदत है हमें!

भाव हम देते नहीं और, अकड़ हम सहते नहीं !

भाव हम देते नहीं और, अकड़ हम सहते नहीं !

रात को  गिदड़ कितना भी चिल्ला ले, सुबह तो शेर का ही दबदबा होता है!

रात को गिदड़ कितना भी चिल्ला ले, सुबह तो शेर का ही दबदबा होता है!

औकात की क्या बात करती है पगली हम तो उनमे से है, जो शराफत भी बड़ी बदमाशी से करते हैं!

औकात की क्या बात करती है पगली हम तो उनमे से है, जो शराफत भी बड़ी बदमाशी से करते हैं!

नाम और पहचान चाहे छोटी हो पर अपने दम पर होनी चाहिए।

नाम और पहचान चाहे छोटी हो पर अपने दम पर होनी चाहिए।

सुन छोरे तू मेरे साथ नही तो कोई बात नही हैं, मैं तेरे इश्क में रोऊ इतनी तो तेरी औकात नही हैं !

सुन छोरे तू मेरे साथ नही तो कोई बात नही हैं, मैं तेरे इश्क में रोऊ इतनी तो तेरी औकात नही हैं !

औकात नहीं हैं आँख से आँख मिलाने की, और बात करते हैं हमारा नाम मिटाने की!

औकात नहीं हैं आँख से आँख मिलाने की, और बात करते हैं हमारा नाम मिटाने की!

कागजो पर तो अदालते चलती है हम तो रॉयल छोरे है फैसला On The Spot करते है!

कागजो पर तो अदालते चलती है हम तो रॉयल छोरे है फैसला On The Spot करते है!

शरीफ तो हम यूँही है, वर्ना ताली तो हमारी हर एक गाली पर पड़ती है !

शरीफ तो हम यूँही है, वर्ना ताली तो हमारी हर एक गाली पर पड़ती है !

औकात बस इतनी सी रखिये की, सामने वाला आपकी औकात दिखाने से पहले, खुद की औकात देख ले!

औकात बस इतनी सी रखिये की, सामने वाला आपकी औकात दिखाने से पहले, खुद की औकात देख ले!

कुछ लोग इस तरह जीने का सलीका सिखाते है, औकात में रहूं इसीलिए औकात दिखाते है!

कुछ लोग इस तरह जीने का सलीका सिखाते है, औकात में रहूं इसीलिए औकात दिखाते है!

औकात की बात मत कर पगली, हम तो इंटरनेट भी मेन बेलेंस पर चलाते है !

औकात की बात मत कर पगली, हम तो इंटरनेट भी मेन बेलेंस पर चलाते है !

मतकर मनमानी बर्बाद हो जाएगा हमारे Attitude में, इतना करंट है की जल के राख हो जाएगा!

मतकर मनमानी बर्बाद हो जाएगा हमारे Attitude में, इतना करंट है की जल के राख हो जाएगा!

अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ, जिनकी हमे छूने की औकात नहीं होती!

अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ, जिनकी हमे छूने की औकात नहीं होती!

तमन्ना रखता हुँ आसमान छू लेने कि, लेकिन औरों को गिराने का इरादा नहीं करता!

तमन्ना रखता हुँ आसमान छू लेने कि, लेकिन औरों को गिराने का इरादा नहीं करता!

नज़रों से “घमण्ड” का पर्दा भी हटाएगा, वक़्त ही तुझे तेरी औक़ात  दिखाएगा!

नज़रों से “घमण्ड” का पर्दा भी हटाएगा, वक़्त ही तुझे तेरी औक़ात दिखाएगा!

बुरे वक्त की भी क्या बात होती है, वो भी सलाह देता है जिसकी कोई औकात नहीं होती है!

बुरे वक्त की भी क्या बात होती है, वो भी सलाह देता है जिसकी कोई औकात नहीं होती है!