मुझे मालूम था कि वो मेरा हो नही सकता, मगर देखो मुझे फिर भी मोहब्बत हो गई उससे.. - Gulzar Shayari

मुझे मालूम था कि वो मेरा हो नही सकता, मगर देखो मुझे फिर भी मोहब्बत हो गई उससे..

Gulzar Shayari