लगता है जिंदगी आज खफा है, चलिए छोड़िए कौनसी पहली दफा है ! - Gulzar Shayari

लगता है जिंदगी आज खफा है, चलिए छोड़िए कौनसी पहली दफा है !

Gulzar Shayari