उनको खबर है मेरे टूटे अरमानों की, आज जरूरत पड़ेगी काँच के पैमानों की। खाली न होने देना जाम यारों, वर्ना फिर से याद आ जाएगी गुजरे जमाने की। - Armaan Shayari

उनको खबर है मेरे टूटे अरमानों की, आज जरूरत पड़ेगी काँच के पैमानों की। खाली न होने देना जाम यारों, वर्ना फिर से याद आ जाएगी गुजरे जमाने की।

Armaan Shayari