हमें आता नहीं था इकरार करना
ना जाने कैसे कर बैठे प्यार करना
रुकते नहीं थे किसी के लिए
ना जाने कैसे कर रहे है इंतज़ार तेरा - Intezaar Shayari

हमें आता नहीं था इकरार करना ना जाने कैसे कर बैठे प्यार करना रुकते नहीं थे किसी के लिए ना जाने कैसे कर रहे है इंतज़ार तेरा

Intezaar Shayari