हम दिल फेंंक आशिक़ है  कहाँ किसी की सुनते है, जो चाहता है दिल हमारा  हम बस उसकी ही सुनते है । - Aawargi Shayari

हम दिल फेंंक आशिक़ है कहाँ किसी की सुनते है, जो चाहता है दिल हमारा हम बस उसकी ही सुनते है ।

Aawargi Shayari