हम दिल फेंंक आशिक़ है  कहाँ किसी की सुनते है, जो चाहता है दिल हमारा  हम बस उसकी ही सुनते है ।

हम दिल फेंंक आशिक़ है कहाँ किसी की सुनते है, जो चाहता है दिल हमारा हम बस उसकी ही सुनते है ।

Aawargi Shayari

आवारगी की जिंदगी तो जिंदगी भर चलती रही, कहीं पर भी मगर इश्क का बसेरा नहीं निकला।

आवारगी की जिंदगी तो जिंदगी भर चलती रही, कहीं पर भी मगर इश्क का बसेरा नहीं निकला।

हम दिल के  बाज़ीगर है, दिल के सौदे करते है आवारगी भी  बस, अपने शौक के लिए करते है ।

हम दिल के बाज़ीगर है, दिल के सौदे करते है आवारगी भी बस, अपने शौक के लिए करते है ।

शहर की भीड़ से, गांव की तन्हाई प्यारी है ज़िन्दगी हमने अपनी आवारगी में गुज़री है।

शहर की भीड़ से, गांव की तन्हाई प्यारी है ज़िन्दगी हमने अपनी आवारगी में गुज़री है।

 ये मोहब्बत तो मर्ज़ ही बुढ़ापे का है दोस्तो, जवानी में हमें फुर्सत ही कहाँ आवारगी से।।

ये मोहब्बत तो मर्ज़ ही बुढ़ापे का है दोस्तो, जवानी में हमें फुर्सत ही कहाँ आवारगी से।।

दिल है हमारा प्यार का मारा नहीं है शौक है हमें घूमने का , हम आवारा नहीं है.।

दिल है हमारा प्यार का मारा नहीं है शौक है हमें घूमने का , हम आवारा नहीं है.।

उम्र प्यार की है तो प्यार करेंगे लोग आवारा बोल कर हमें यूँही बदनाम करेगे.।

उम्र प्यार की है तो प्यार करेंगे लोग आवारा बोल कर हमें यूँही बदनाम करेगे.।

तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने, हमें इश्क का शौक है आवारगी का नहीं।

तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने, हमें इश्क का शौक है आवारगी का नहीं।

दिल बेचारा था, प्यार का मारा था घूमता था गलियोंं में,क्यों की वो आवारा था ।

दिल बेचारा था, प्यार का मारा था घूमता था गलियोंं में,क्यों की वो आवारा था ।

हमें आवारगी शहर की  गली गली घूमाती है   हमें आवारगी ही  दुनिया से अलग बनाती है.

हमें आवारगी शहर की गली गली घूमाती है हमें आवारगी ही दुनिया से अलग बनाती है.

 हमें ज़माना सारा कभी भूल नहीं पायेगा आवारगी हमारी तरह कोई नहीं कर पायेगा।

हमें ज़माना सारा कभी भूल नहीं पायेगा आवारगी हमारी तरह कोई नहीं कर पायेगा।

मैं और मेरी आवारगी दोनों एक दूसरे की साथी है, अब और कोई तीसरा हमारे बीच नहीं बाकी है।

मैं और मेरी आवारगी दोनों एक दूसरे की साथी है, अब और कोई तीसरा हमारे बीच नहीं बाकी है।

ऐ ज़िन्दगी किस ओर ले चली हो मुझे, ये आवारगी तो मुझको खराब कर गयी।

ऐ ज़िन्दगी किस ओर ले चली हो मुझे, ये आवारगी तो मुझको खराब कर गयी।

बहुत तनहा गुज़ारे दिन और रात बस हमेशा थी आवारगी मेरे साथ.।

बहुत तनहा गुज़ारे दिन और रात बस हमेशा थी आवारगी मेरे साथ.।

आवारापन मुझे बहुत पसंद है आवारगी का अपना मजा ही अलग है ।

आवारापन मुझे बहुत पसंद है आवारगी का अपना मजा ही अलग है ।

 खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचा देते है, पर दशहत हमेशा शेर की ही रहती हैं।

खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचा देते है, पर दशहत हमेशा शेर की ही रहती हैं।

हम  अपने बाप के पैसों से घूमते है लोग आवारा बोल बोल के हमें अपनी औकात भूलते है ।

हम अपने बाप के पैसों से घूमते है लोग आवारा बोल बोल के हमें अपनी औकात भूलते है ।

 ना शाखों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा. मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता, आवारा ना बनता तो क्या करता?

ना शाखों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा. मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता, आवारा ना बनता तो क्या करता?

आवारा लड़का हूँ सब ये कहते है बात बात पे मेरी ना जाने क्यों मुझसे जालते है.

आवारा लड़का हूँ सब ये कहते है बात बात पे मेरी ना जाने क्यों मुझसे जालते है.