हर सुबह डूब जाता है ये चांद, काश कोई इसे तैरना सीखा देता।

हर सुबह डूब जाता है ये चांद, काश कोई इसे तैरना सीखा देता।

Chand Shayari

मसला ये नही की मंजिल मुश्किल है तू साथ नही इस बात का अफ़सोस है।

मसला ये नही की मंजिल मुश्किल है तू साथ नही इस बात का अफ़सोस है।

चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है!

चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है!

बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर।

बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर।

नजर में आपकी नज़ारे रहेंगे पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे बदल जाये तो बदले ये ज़माना हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे!

नजर में आपकी नज़ारे रहेंगे पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे बदल जाये तो बदले ये ज़माना हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे!

 दिन में चैन नहीं ना होश है रात में, खो गया है चाँद भी देखो बादल के आगोश में।

दिन में चैन नहीं ना होश है रात में, खो गया है चाँद भी देखो बादल के आगोश में।

चांद की रोशनी आज फिर खिड़की से दस्तक दे रही है, लगता है फिर वो चांद को ताकते हुए हमें याद कर रहे हैं।

चांद की रोशनी आज फिर खिड़की से दस्तक दे रही है, लगता है फिर वो चांद को ताकते हुए हमें याद कर रहे हैं।

वैसे तो कई दोस्त है हमारे जैसे आसमान में है कई तारे पर आप दोस्ती के आसमान के वो चाँद है जिसके सामने फीके पड़ते हैं सारे सितारे!

वैसे तो कई दोस्त है हमारे जैसे आसमान में है कई तारे पर आप दोस्ती के आसमान के वो चाँद है जिसके सामने फीके पड़ते हैं सारे सितारे!

 रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद, बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद।

रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद, बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद।

चाँद से तुझ को जो दे निस्बत सो बे इंसाफ़ है चाँद के मुँह पर हैं छाईं तेरा मुखड़ा साफ़ है!

चाँद से तुझ को जो दे निस्बत सो बे इंसाफ़ है चाँद के मुँह पर हैं छाईं तेरा मुखड़ा साफ़ है!

चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपका जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका!

चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपका जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका!

मिलने को उनसे बेकरार इतना थे कि सो न पाए रातभर, आंखों में ख्वाब उनके थे और नाम उनका लिखते रहे चांद पर।

मिलने को उनसे बेकरार इतना थे कि सो न पाए रातभर, आंखों में ख्वाब उनके थे और नाम उनका लिखते रहे चांद पर।

चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया।

चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया।

एक रात हसीं ऐसी भी हो जब फूल बिछे राहों में हो, एक चाँद फलक पे निकला हो एक चाँद मेरी बाहों में हो।

एक रात हसीं ऐसी भी हो जब फूल बिछे राहों में हो, एक चाँद फलक पे निकला हो एक चाँद मेरी बाहों में हो।

ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है उसी अल्लाह ने मुझको भी मुहब्बत दी है!

ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है उसी अल्लाह ने मुझको भी मुहब्बत दी है!

डूब चुका जब नील गगन की झील में तेरा हर वादा चमक रहा था मेरे दिल में फिर भी तेरे ग़म का चाँद!

डूब चुका जब नील गगन की झील में तेरा हर वादा चमक रहा था मेरे दिल में फिर भी तेरे ग़म का चाँद!

 मोहब्बत भी चाँद की तरह दिखता हैं, जब पूरा होता हैं तो फिर घटने लगता हैं।

मोहब्बत भी चाँद की तरह दिखता हैं, जब पूरा होता हैं तो फिर घटने लगता हैं।

वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा, किरदार खुद उभर के कहानी में आएगा।

वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा, किरदार खुद उभर के कहानी में आएगा।

न चाहकर भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है।

न चाहकर भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है।