रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद, बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद। - Chand Shayari

रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद, बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद।

Chand Shayari