तन्हाई से तँग आकर हम मोहब्बत की तलाश मैं निकले थे. लेकिन मोहब्बत ऐसी मिली कि तनहा कर गयी। - Tanhai Shayari

तन्हाई से तँग आकर हम मोहब्बत की तलाश मैं निकले थे. लेकिन मोहब्बत ऐसी मिली कि तनहा कर गयी।

Tanhai Shayari