पत्थर सा दिल कहाँ से लाऊ,  कंक्रीट की बस्ती में निभ पाऊं. - Basti Shayari

पत्थर सा दिल कहाँ से लाऊ, कंक्रीट की बस्ती में निभ पाऊं.

Basti Shayari