गम नहीं कि तुम बेवफा निकले, मगर अफ़सोस तो इस बात का है, वो सब लोग सच निकले, जिनसे हम तुम्हारे लिए लड़े थे।

गम नहीं कि तुम बेवफा निकले, मगर अफ़सोस तो इस बात का है, वो सब लोग सच निकले, जिनसे हम तुम्हारे लिए लड़े थे।

bewafa shayari

ये शायरी की महफ़िल बनी है आशिकों के लिये, बेवफाओं की क्या औकात जो शब्दों को तोल सके।

ये शायरी की महफ़िल बनी है आशिकों के लिये, बेवफाओं की क्या औकात जो शब्दों को तोल सके।

खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफा को, दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी।

खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफा को, दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी।

जब तक न लगे बेवफाई की ठोकर, हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता है।

जब तक न लगे बेवफाई की ठोकर, हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता है।

तेरी यादें हर रोज आ जाती है मेरे पास, लगता है तुमने बेवफाई नहीं सिखाई इनको।

तेरी यादें हर रोज आ जाती है मेरे पास, लगता है तुमने बेवफाई नहीं सिखाई इनको।

तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है, मैं नहीं रोती लोग मुझे देख कर रोते हैं।

तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है, मैं नहीं रोती लोग मुझे देख कर रोते हैं।

सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है तुमसे, लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे।

सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है तुमसे, लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे।

सिखा दी बेवफ़ाई करना ज़ालिम ज़माने ने तुम्हे, तुम जो भी सीख जाते हो हम पर ही आजमाते हो।

सिखा दी बेवफ़ाई करना ज़ालिम ज़माने ने तुम्हे, तुम जो भी सीख जाते हो हम पर ही आजमाते हो।

तेरे हुस्न पे तारीफों भरी किताब लिख देता, काश तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती।

तेरे हुस्न पे तारीफों भरी किताब लिख देता, काश तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती।

बेवफ़ाई का मुझे... जब भी ख़याल आता है, अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं।

बेवफ़ाई का मुझे... जब भी ख़याल आता है, अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं।

बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ऐ दिल-ए-जाना, आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान-ए-ख़ास हो तुम।

बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ऐ दिल-ए-जाना, आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान-ए-ख़ास हो तुम।

मेरी वफा के क़ाबिल नहीं हो तुम, प्यार मिले ऐसे इन्सान नहीं हो तुम, दिल क्या तुम पर ऐतबार करेगा, प्यार मे धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम।

मेरी वफा के क़ाबिल नहीं हो तुम, प्यार मिले ऐसे इन्सान नहीं हो तुम, दिल क्या तुम पर ऐतबार करेगा, प्यार मे धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम।

बेवफ़ा से कभी प्यार नहीं होता, मरने के बाद इंतज़ार नहीं होता, दोस्ती देख कर करना मेरे दोस्त, हर दोस्त वफ़ादार नहीं होता।

बेवफ़ा से कभी प्यार नहीं होता, मरने के बाद इंतज़ार नहीं होता, दोस्ती देख कर करना मेरे दोस्त, हर दोस्त वफ़ादार नहीं होता।

कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी, कि तुझे अलविदा भी ना कह सका, तेरी सादगी में इतना फरेब था, कि तुझे बेवफा भी न कह सका।

कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी, कि तुझे अलविदा भी ना कह सका, तेरी सादगी में इतना फरेब था, कि तुझे बेवफा भी न कह सका।

गुनाह करके सज़ा से डरते हैं, पी के ज़हर दवा से डरते हैं, दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमको, हम तो दोस्तों की बेवफाई से डरते हैं।

गुनाह करके सज़ा से डरते हैं, पी के ज़हर दवा से डरते हैं, दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमको, हम तो दोस्तों की बेवफाई से डरते हैं।

जो भी मिला वो हम से खफा मिला, देखो दोस्ती का क्या सिला मिला, उम्र भर रही फ़क़त वफ़ा की तलाश, पर हर शख्स मुझको बेवफ़ा मिला।

जो भी मिला वो हम से खफा मिला, देखो दोस्ती का क्या सिला मिला, उम्र भर रही फ़क़त वफ़ा की तलाश, पर हर शख्स मुझको बेवफ़ा मिला।

मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने खत तेरे, तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी।

मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने खत तेरे, तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी।

ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना, मेरे भरोसे को रुस्वा न करना, दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना, मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।

ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना, मेरे भरोसे को रुस्वा न करना, दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना, मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।

तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की, हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे।

तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की, हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे।