वक्त ने बदल दी, तेरे मेरे रिश्ते की परिभाषा, पहले दोस्ती, फिर अपनापन और अब अजनबी सा अहसास।

वक्त ने बदल दी, तेरे मेरे रिश्ते की परिभाषा, पहले दोस्ती, फिर अपनापन और अब अजनबी सा अहसास।

Waqt Shayari

किसी के अदंर प्रेम जगाकर उसे छोड जेना उसकी मृत्यु करने के समान है।

किसी के अदंर प्रेम जगाकर उसे छोड जेना उसकी मृत्यु करने के समान है।

तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता, पता नही वजह तेरी खूबी है या मेरी कमी।

तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता, पता नही वजह तेरी खूबी है या मेरी कमी।

प्रेम मे पीडा तो हर एक को मिलती है बस जो  सह जाता है वो निभा जाता है।

प्रेम मे पीडा तो हर एक को मिलती है बस जो सह जाता है वो निभा जाता है।

प्यार तो आज भी तुमसे उतना ही है बस तुम्हे अहसास नही है और हमने जताना छोड़ दिया।

प्यार तो आज भी तुमसे उतना ही है बस तुम्हे अहसास नही है और हमने जताना छोड़ दिया।

विश्वास और प्रेम में एक समानता है, दोनो मे से कोई भी जबरदस्ती नही किया जा सकता

विश्वास और प्रेम में एक समानता है, दोनो मे से कोई भी जबरदस्ती नही किया जा सकता

अगर प्रेम कृष्ण जैसा हो तो साथी राधा जैसी ही मिलती है।

अगर प्रेम कृष्ण जैसा हो तो साथी राधा जैसी ही मिलती है।

कौन चला गया छोडकर यह जरुरी नही, कौन अभी भी है यह जरुरी है।

कौन चला गया छोडकर यह जरुरी नही, कौन अभी भी है यह जरुरी है।

वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नही होती. जितनी किसी अपने के बदल जाने पर होती है।

वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नही होती. जितनी किसी अपने के बदल जाने पर होती है।

प्रेम आत्मा से होता है शरिर से नही, जो शरिर से हो वो केवल आकर्षण मात्र होता है जो आत्मा से होता है वही शाश्वत प्रेम है!

प्रेम आत्मा से होता है शरिर से नही, जो शरिर से हो वो केवल आकर्षण मात्र होता है जो आत्मा से होता है वही शाश्वत प्रेम है!

वक़्त कहता है फिर ना आऊंगा  तेरी आँखों को अब ना रुलंगा अगर जीना है तो इस पल को जी ले शायद मैं कल तक ना रुक पाउँगा ।

वक़्त कहता है फिर ना आऊंगा तेरी आँखों को अब ना रुलंगा अगर जीना है तो इस पल को जी ले शायद मैं कल तक ना रुक पाउँगा ।

समय बदला और बदली कहानी हैं, संग मेरे हसीं पलों की यादें पुरानी हैं, न लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम, मेरे पास उनकी बस यही निशानी हैं।

समय बदला और बदली कहानी हैं, संग मेरे हसीं पलों की यादें पुरानी हैं, न लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम, मेरे पास उनकी बस यही निशानी हैं।

रोना तो खूब चाहता था, पर ज़िम्मेदारीयों ने इतना वक्त भी ना दिया मुझे।

रोना तो खूब चाहता था, पर ज़िम्मेदारीयों ने इतना वक्त भी ना दिया मुझे।

वक़्त तो होता है बदलने के लिए ठहरते तो बस लम्हे हैं ।

वक़्त तो होता है बदलने के लिए ठहरते तो बस लम्हे हैं ।

समय की आंच में पत्थर भी पिघल जाते है, ख़ुशी के लम्हे गम में बदल जाते है, कौन करता है याद किसी को यारा, समय के साथ खयालात भी बदल जाते है।

समय की आंच में पत्थर भी पिघल जाते है, ख़ुशी के लम्हे गम में बदल जाते है, कौन करता है याद किसी को यारा, समय के साथ खयालात भी बदल जाते है।

दर्द बयां करना है तो शायरी से कीजिए जनाब, लोगों के पास वक्त कहां, एहसासों को सुनने का।

दर्द बयां करना है तो शायरी से कीजिए जनाब, लोगों के पास वक्त कहां, एहसासों को सुनने का।

 तुझसे मिल कर हमे रोना था बहुत रोना था, तंगी -ऐ-वक़्त -ऐ -मुलाक़ात ने रोने ना दिया।

तुझसे मिल कर हमे रोना था बहुत रोना था, तंगी -ऐ-वक़्त -ऐ -मुलाक़ात ने रोने ना दिया।

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की, पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी मे वक़्त ही ना मिले।

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की, पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी मे वक़्त ही ना मिले।

रात नहीं ख्वाब बदलता है... मंज़िल नहीं करवा बदलता  है.. जज़्बा रखो हर दम जीतने का .. क्यूंकि किस्मत चाहे  बदले न बदले “समय” जरूर  बदलता  है !

रात नहीं ख्वाब बदलता है... मंज़िल नहीं करवा बदलता है.. जज़्बा रखो हर दम जीतने का .. क्यूंकि किस्मत चाहे बदले न बदले “समय” जरूर बदलता है !