कालिदास के प्रेरक विचार

20+ Best Kalidas Quotes in Hindi

दुखती आँखों वाले को सामने दीपशिखा अच्छी नहीं लगती.

दुखती आँखों वाले को सामने दीपशिखा अच्छी नहीं लगती.

मन को विचलित करने वाली कितनी भी परिस्थितियाँ क्यों न हों पर एक धैर्यवान पुरुष कभी भी विचलित नहीं होता।

मन को विचलित करने वाली कितनी भी परिस्थितियाँ क्यों न हों पर एक धैर्यवान पुरुष कभी भी विचलित नहीं होता।

अनर्थ अवसर की ताक में रहते हैं.

अनर्थ अवसर की ताक में रहते हैं.

दुष्ट अपकार से नहीं, उपकार से ही शांत रहता है.

दुष्ट अपकार से नहीं, उपकार से ही शांत रहता है.

कोई वस्तु पुरानी होने से अच्छी नहीं हो जाती और न कोई काव्य नया होने से ही निंदनीय हो जाता है.

कोई वस्तु पुरानी होने से अच्छी नहीं हो जाती और न कोई काव्य नया होने से ही निंदनीय हो जाता है.

जिस प्रकार बड़ा छेद हो या छोटा वो नाव को डुबो देता है उसी तरह  दुष्ट व्यक्ति की दुस्टता उसे बर्बाद कर देती है।

जिस प्रकार बड़ा छेद हो या छोटा वो नाव को डुबो देता है उसी तरह दुष्ट व्यक्ति की दुस्टता उसे बर्बाद कर देती है।

जो स्वयं सुंदर है, उसकी सुन्दरता किसी अन्य वस्तु से नहीं बढती.

जो स्वयं सुंदर है, उसकी सुन्दरता किसी अन्य वस्तु से नहीं बढती.

काम की समाप्ति यदि संतोषजनक हो तो परिश्रम की थकान याद नहीं रहती।

काम की समाप्ति यदि संतोषजनक हो तो परिश्रम की थकान याद नहीं रहती।

वृक्ष के समान बनों जो कड़ी गर्मी झेलने के बाद भी सभी को छाया देता है।

वृक्ष के समान बनों जो कड़ी गर्मी झेलने के बाद भी सभी को छाया देता है।

दुःख या सुख किसी पर सदा ही नहीं रहते. ये तो पहिए के घेरे के समान कभी नीचे, कभी ऊपर यों ही होते रहते हैं.

दुःख या सुख किसी पर सदा ही नहीं रहते. ये तो पहिए के घेरे के समान कभी नीचे, कभी ऊपर यों ही होते रहते हैं.

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