वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही, मोहब्बत में प्रेमी कभी झुकता नही, किसी की खुशियों के खातिर चुप है, पर तू ये न समझना की मुझे दुःखता नही। - Gam Bhari Shayari

वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही, मोहब्बत में प्रेमी कभी झुकता नही, किसी की खुशियों के खातिर चुप है, पर तू ये न समझना की मुझे दुःखता नही।

Gam Bhari Shayari