यूँ ही नहीं होती हाथ की, लकीरों के आगे उंगलियाँ, खुदा ने भी किस्मत से, पहले मेहनत लिखी है।
 - Kismat Shayari

यूँ ही नहीं होती हाथ की, लकीरों के आगे उंगलियाँ, खुदा ने भी किस्मत से, पहले मेहनत लिखी है।

Kismat Shayari