क़िस्मत वालों को ही मिलती, पनाह मेरे दिल में, यूं तो हर शख़्स को, जन्नत का पता नहीं मिलता! - Kismat Shayari

क़िस्मत वालों को ही मिलती, पनाह मेरे दिल में, यूं तो हर शख़्स को, जन्नत का पता नहीं मिलता!

Kismat Shayari