बड़े बेताब थे वो मोहब्बत करने को हमसे जब हमने भी कर ली तो उनका शौक बदल गया ! - Gulzar Shayari

बड़े बेताब थे वो मोहब्बत करने को हमसे जब हमने भी कर ली तो उनका शौक बदल गया !

Gulzar Shayari