मैं तुम्हारी हर चाल से वाकिफ हूँ मेरी जान, मैंने जिंदगी का एक हिस्सा हरामियों के साथ गुजारा है ! 

 - Dil Tootne Ki Shayari

मैं तुम्हारी हर चाल से वाकिफ हूँ मेरी जान, मैंने जिंदगी का एक हिस्सा हरामियों के साथ गुजारा है !

Dil Tootne Ki Shayari