दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू, बस यही उम्मीद है के खास रहे तू। - Umeed Shayari

दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू, बस यही उम्मीद है के खास रहे तू।

Umeed Shayari