किसी दिन आंखो से आंखो की बात होने दो किसी दिन फुरसत से मुलाकात होने दो
 - Poetry Shayari

किसी दिन आंखो से आंखो की बात होने दो किसी दिन फुरसत से मुलाकात होने दो

Poetry Shayari