राहत बेसबब रूठ जाती है क्यूँ हर तरफ उम्मीद टूट जाती है ! - Umeed Shayari

राहत बेसबब रूठ जाती है क्यूँ हर तरफ उम्मीद टूट जाती है !

Umeed Shayari