सामने ना हो तो तरसती हैं आँखे, बिन तेरे बहुत बरसती हैं आँखे, मेरे लिए ना सही इनके लिए आ जाओ, क्यूंकी तुमसे बेपनाह प्यार करती हैं आँखे।
 - New Shayari

सामने ना हो तो तरसती हैं आँखे, बिन तेरे बहुत बरसती हैं आँखे, मेरे लिए ना सही इनके लिए आ जाओ, क्यूंकी तुमसे बेपनाह प्यार करती हैं आँखे।

New Shayari