शुद्ध और पूर्ण दु: ख उतना ही असंभव है जितना कि शुद्ध और पूर्ण आनन्द। - Leo Tolstoy Quotes

शुद्ध और पूर्ण दु: ख उतना ही असंभव है जितना कि शुद्ध और पूर्ण आनन्द।

Leo Tolstoy