ना चाँद अपना था और ना तू अपना था काश दिल भी मान लेता की सब सपना था ! - Aashiqui Shayari

ना चाँद अपना था और ना तू अपना था काश दिल भी मान लेता की सब सपना था !

Aashiqui Shayari