तुम्हारा सिर्फ इन हवाओं पे शक़ गया होगा, चिराग खुद भी तो जल-जल के थक गया होगा।
 - New Shayari

तुम्हारा सिर्फ इन हवाओं पे शक़ गया होगा, चिराग खुद भी तो जल-जल के थक गया होगा।

New Shayari