तुमको हजार शर्म सही मुझको लाख ज़ब्त, उल्फ़त वो राज़ है जो छुपाया ना जायेगा।

तुमको हजार शर्म सही मुझको लाख ज़ब्त, उल्फ़त वो राज़ है जो छुपाया ना जायेगा।

love shayari

हमें तो अपनी मोहब्बत को आजमाना था, तेरी गली से गुजरना तो एक बहाना था, करीब पहुंचे समंदर के तो ख्याल आया, हमें किसी की निगाहों में डूब जाना था।

हमें तो अपनी मोहब्बत को आजमाना था, तेरी गली से गुजरना तो एक बहाना था, करीब पहुंचे समंदर के तो ख्याल आया, हमें किसी की निगाहों में डूब जाना था।

जो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है, वो जिन्दगी में सिर्फ एक बार होता है, निगाहों के मिलते-मिलते दिल मिल जाये, ऐसा इतेफाक सिर्फ एक बार होता है।

जो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है, वो जिन्दगी में सिर्फ एक बार होता है, निगाहों के मिलते-मिलते दिल मिल जाये, ऐसा इतेफाक सिर्फ एक बार होता है।

ना जाने मोहब्बत में कितने अफसाने बन जाते हैं, शमां जिसको जलाती है वो परवाने बन जाते हैं, कुछ हासिल करना ही प्यार की मंजिल नहीं होती, किसी को खोकर भी कुछ लोग दीवाने बन जाते हैं।

ना जाने मोहब्बत में कितने अफसाने बन जाते हैं, शमां जिसको जलाती है वो परवाने बन जाते हैं, कुछ हासिल करना ही प्यार की मंजिल नहीं होती, किसी को खोकर भी कुछ लोग दीवाने बन जाते हैं।

अजब मौसम है मेरे हर कदम पर फूल रखता है, मोहब्बत में मोहब्बत का फरिश्ता साथ चलता है, मैं जब सो जाऊँ इन आँखों पे अपने होंठ रख देना, यकीन आ जायेगा पलकों तले भी दिल धड़कता है।

अजब मौसम है मेरे हर कदम पर फूल रखता है, मोहब्बत में मोहब्बत का फरिश्ता साथ चलता है, मैं जब सो जाऊँ इन आँखों पे अपने होंठ रख देना, यकीन आ जायेगा पलकों तले भी दिल धड़कता है।

जब खामोश आँखों से बात होती है ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते हैं पता नहीं कब दिन और कब रात होती है।

जब खामोश आँखों से बात होती है ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते हैं पता नहीं कब दिन और कब रात होती है।

प्यार की कली सब के लिए खिलती नहीं, चाहने पर हर एक चीज मिलती नहीं, सच्चा प्यार किस्मत से मिलता है, और हर किसी को ऐसी किस्मत मिलती नहीं।

प्यार की कली सब के लिए खिलती नहीं, चाहने पर हर एक चीज मिलती नहीं, सच्चा प्यार किस्मत से मिलता है, और हर किसी को ऐसी किस्मत मिलती नहीं।

सिर्फ इशारों में होती मोहब्बत अगर, इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता? बस पत्थर बन के रह जाता ताज महल अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता।

सिर्फ इशारों में होती मोहब्बत अगर, इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता? बस पत्थर बन के रह जाता ताज महल अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता।

अपनी मोहब्बत पे फक़त इतना भरोसा है मुझे, मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।

अपनी मोहब्बत पे फक़त इतना भरोसा है मुझे, मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।

दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते सनम, एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना।

दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते सनम, एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना।

यूँ भी तो राज़ खुल ही जायेगा, एक दिन हमारी मोहब्बत का, महफिल में जो हमको छोड़ कर, सब को सलाम करते हो।

यूँ भी तो राज़ खुल ही जायेगा, एक दिन हमारी मोहब्बत का, महफिल में जो हमको छोड़ कर, सब को सलाम करते हो।

हमदम तो साथ साथ चलते हैं, रस्ते तो बेवफा बदलते हैं, तेरा चेहरा है जब से आँखों में, मेरी आँखों से लोग जलते है।

हमदम तो साथ साथ चलते हैं, रस्ते तो बेवफा बदलते हैं, तेरा चेहरा है जब से आँखों में, मेरी आँखों से लोग जलते है।

इतनी मोहब्बत ना सिखा ऐ खुदा, कि तुझसे ज्यादा उसपे ऐतबार हो जाए, दिल तोड़ के जाए वो मेरा, और तू मेरा गुनाहगार हो जाए।

इतनी मोहब्बत ना सिखा ऐ खुदा, कि तुझसे ज्यादा उसपे ऐतबार हो जाए, दिल तोड़ के जाए वो मेरा, और तू मेरा गुनाहगार हो जाए।

जो रहते हैं दिल में वो जुदा नहीं होते, कुछ एहसास लफ़्ज़ों से बयां नहीं होते, एक हसरत है कि उनको मनाये कभी, एक वो हैं कि कभी खफा नहीं होते।

जो रहते हैं दिल में वो जुदा नहीं होते, कुछ एहसास लफ़्ज़ों से बयां नहीं होते, एक हसरत है कि उनको मनाये कभी, एक वो हैं कि कभी खफा नहीं होते।

रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं, प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं, इश्क़ वो जुनून है जिसमें दीवाने, अपनी ख़ुशी से खुद को तबाह करते हैं।

रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं, प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं, इश्क़ वो जुनून है जिसमें दीवाने, अपनी ख़ुशी से खुद को तबाह करते हैं।

तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे, खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे, अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो, तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।

तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे, खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे, अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो, तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।

दिल में तेरी ही यादें हैं, जुबां पे तेरा ही ज़िक्र है, मैं कहता हूँ ये इश्क़ है, तू कहती है बस फ़िक्र है।

दिल में तेरी ही यादें हैं, जुबां पे तेरा ही ज़िक्र है, मैं कहता हूँ ये इश्क़ है, तू कहती है बस फ़िक्र है।

मोहब्बत हाथ में पहनी हुई चूड़ी के जैसी है, संवरती है, खनकती है, और आखिर टूट जाती है।

मोहब्बत हाथ में पहनी हुई चूड़ी के जैसी है, संवरती है, खनकती है, और आखिर टूट जाती है।

नहीं है हौसला मुझमें तुम्हें खोने का पर सुन ले, यह दुनिया मुझको खो देगी अगर तुम खो गए मुझसे।

नहीं है हौसला मुझमें तुम्हें खोने का पर सुन ले, यह दुनिया मुझको खो देगी अगर तुम खो गए मुझसे।