श्रीमद् भगवद्-गीता के प्रेरक विचार

50+ Best Bhagavad Gita Quotes in Hindi

समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को कुछ नही मिलता है।

समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को कुछ नही मिलता है।

कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना, व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है।

कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना, व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है।

नरक के तीन द्वार होते है, वासना, क्रोध और लालच।

नरक के तीन द्वार होते है, वासना, क्रोध और लालच।

वक्त से हारा या जीता नहीं जाता बल्कि सीखा जाता है।

वक्त से हारा या जीता नहीं जाता बल्कि सीखा जाता है।

रहने के लिए सबसे अच्छा स्थान किसी का हृदय है।

रहने के लिए सबसे अच्छा स्थान किसी का हृदय है।

बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है।

बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है।

सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है। एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ संकल्प ।

सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है। एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ संकल्प ।

धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है, उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है।

धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है, उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है।

जो कर्म को फल के लिए करता है, वास्तव में ना उसे फल मिलता है, ना ही वो कर्म है।

जो कर्म को फल के लिए करता है, वास्तव में ना उसे फल मिलता है, ना ही वो कर्म है।

खुद को जीवन के योग्य बनाना ही सफलता और सुख का एक मात्र मार्ग है।

खुद को जीवन के योग्य बनाना ही सफलता और सुख का एक मात्र मार्ग है।

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