Sadhguru Jaggi Vasudev Quotes, Status, and Thoughts in Hindi

लोग कहते है मेहनत कर के कोई भी काम करो। मै कहता हु कोई भी काम प्रेम से करो और पूरी लगन से करो।

लोग कहते है मेहनत कर के कोई भी काम करो। मै कहता हु कोई भी काम प्रेम से करो और पूरी लगन से करो।

कर्म का मतलब किस्मत के भरोसे रहना नहीं है, कर्म का मतलब है अपने किस्मत का मालिक ख़ुद बनना।

कर्म का मतलब किस्मत के भरोसे रहना नहीं है, कर्म का मतलब है अपने किस्मत का मालिक ख़ुद बनना।

हर कोई चेतन है लेकिन सवाल यह है कि कितना प्रतिशत आप जगे हुए है।

हर कोई चेतन है लेकिन सवाल यह है कि कितना प्रतिशत आप जगे हुए है।

आप इस बात से डरते है कि कल मैने जैसे सोचा था, वैसा नहीं हुआ तो क्या होगा।

आप इस बात से डरते है कि कल मैने जैसे सोचा था, वैसा नहीं हुआ तो क्या होगा।

जीवन में कुछ भी कीजिए पूर्ण भागीदारी के साथ कीजिये।

जीवन में कुछ भी कीजिए पूर्ण भागीदारी के साथ कीजिये।

जिंदगी में अगर कुछ ज्यादा पाना चाहते है तो उम्मीद मत रखिये।

जिंदगी में अगर कुछ ज्यादा पाना चाहते है तो उम्मीद मत रखिये।

आपका मन एक ऐसा साधन है, जो तभी सबसे अच्छा काम करता है जब इसमें स्पष्टता हो।

आपका मन एक ऐसा साधन है, जो तभी सबसे अच्छा काम करता है जब इसमें स्पष्टता हो।

यह ब्रह्माण्ड उनके लिए अपनी दरवाज़े खोलता है जो पर्याप्त ध्यान देते है।

यह ब्रह्माण्ड उनके लिए अपनी दरवाज़े खोलता है जो पर्याप्त ध्यान देते है।

कर्म का मतलब किस्मत के भरोसे रहना नहीं है, कर्म का मतलब है अपने किस्मत का मालिक ख़ुद बनना।

कर्म का मतलब किस्मत के भरोसे रहना नहीं है, कर्म का मतलब है अपने किस्मत का मालिक ख़ुद बनना।

आप अपने आप को एक बड़ी हस्ती समझते है लेकिन आप इस धरती पर आप एक बुलबुले की तरह है और एक दिन आप बुलबुले की तरह गायब हो जायेगे।

आप अपने आप को एक बड़ी हस्ती समझते है लेकिन आप इस धरती पर आप एक बुलबुले की तरह है और एक दिन आप बुलबुले की तरह गायब हो जायेगे।

आपकी ख़ुशी, दुःख, पीड़ा और आनन्द आपके भीतर ही पैदा होता है। तो कम से कम ये सब चीजे आपके अनुसार पैदा होने चाहिए।

आपकी ख़ुशी, दुःख, पीड़ा और आनन्द आपके भीतर ही पैदा होता है। तो कम से कम ये सब चीजे आपके अनुसार पैदा होने चाहिए।

यह सुपर ह्यूमन के बारे में नहीं है बल्कि यह समझने के बारे में है कि मनुष्य होना ही सुपर है।

यह सुपर ह्यूमन के बारे में नहीं है बल्कि यह समझने के बारे में है कि मनुष्य होना ही सुपर है।

किसी को रिटायरमेंट कि जरुरत तब पड़ती है जब उस इन्सान को उस अपने काम से नीरसता आने लगती है।

किसी को रिटायरमेंट कि जरुरत तब पड़ती है जब उस इन्सान को उस अपने काम से नीरसता आने लगती है।

हम ख़ुद ही समस्या पैदा करते है और फिर उसका समाधान ढूढ़ते है। लेकिन लोगों को यह सीखना ज़रूरी है कि वे उन समस्या को पैदा ही न करे।

हम ख़ुद ही समस्या पैदा करते है और फिर उसका समाधान ढूढ़ते है। लेकिन लोगों को यह सीखना ज़रूरी है कि वे उन समस्या को पैदा ही न करे।

आप केवल उसी चीज कि इच्छा कर सकते है जिसे आप जानते है और जो संसार में उपलब्ध हो।।

आप केवल उसी चीज कि इच्छा कर सकते है जिसे आप जानते है और जो संसार में उपलब्ध हो।।

लीडर वह है जो आपको वहां ले कर जाता है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते है।

लीडर वह है जो आपको वहां ले कर जाता है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते है।

मन जब समतल दर्पण कि तरह हो जाय फिर हर चीज को आप उसके असली रूप में देखें पायेंगे।

मन जब समतल दर्पण कि तरह हो जाय फिर हर चीज को आप उसके असली रूप में देखें पायेंगे।

अगर आपकी समझदारी आपके खिलाफ काम कर रही है तो आपके जीवन में तनाव और दुःख पैदा होगा।

अगर आपकी समझदारी आपके खिलाफ काम कर रही है तो आपके जीवन में तनाव और दुःख पैदा होगा।

अगर कोई और तय करता है कि आपके भीतर क्या होगा, तो क्या यह ग़ुलामी नहीं है। यह गुलामी का सबसे बड़ा रूप है।

अगर कोई और तय करता है कि आपके भीतर क्या होगा, तो क्या यह ग़ुलामी नहीं है। यह गुलामी का सबसे बड़ा रूप है।

आपका जीवन 100% वैसा नहीं होगा, जैसा आप चाहते है और ऐसा होना भी नहीं चाहिए।

आपका जीवन 100% वैसा नहीं होगा, जैसा आप चाहते है और ऐसा होना भी नहीं चाहिए।

दि आपका आनंद आस-पास की घटनाओं पर निर्भर करता है, तो आपके आनंद होने की संभावना काफ़ी कम है।

दि आपका आनंद आस-पास की घटनाओं पर निर्भर करता है, तो आपके आनंद होने की संभावना काफ़ी कम है।

जो कुछ भी आपके भीतर हो रहा चाहें वह ख़ुशी हो या ग़म हो, किसी तय करना चाहिए, आपको या किसी और को?

जो कुछ भी आपके भीतर हो रहा चाहें वह ख़ुशी हो या ग़म हो, किसी तय करना चाहिए, आपको या किसी और को?

हम अपने अंदर क्रोध, नाराज़गी और जलन खुद पीते है और उम्मीद करते है कोई दूसरा मरेगा। ऐसा जीवन काम नहीं करता है।

हम अपने अंदर क्रोध, नाराज़गी और जलन खुद पीते है और उम्मीद करते है कोई दूसरा मरेगा। ऐसा जीवन काम नहीं करता है।

जीवन हमेशा अपने चरम पर पहुंचने की कोशिश करता है। जीवन हमेशा उत्साह और आनंद से भरा होता है।

जीवन हमेशा अपने चरम पर पहुंचने की कोशिश करता है। जीवन हमेशा उत्साह और आनंद से भरा होता है।

आपके जीवन का सबसे मूल्यवान चीज खुद यह जीवन है। आप कहाँ रहते है, क्या खाते, क्या पहनते है ये केवल ऊपरी चीज़े है।

आपके जीवन का सबसे मूल्यवान चीज खुद यह जीवन है। आप कहाँ रहते है, क्या खाते, क्या पहनते है ये केवल ऊपरी चीज़े है।

अगर आप दुनिया में दुःख फ़ैलाने जा रहे है तो बेहतर होगा कि आप कुछ न करे और अगर आप संसार में ख़ुशी फैलाना चाहते है तो जितना फैला सकते है फैलाइये।

अगर आप दुनिया में दुःख फ़ैलाने जा रहे है तो बेहतर होगा कि आप कुछ न करे और अगर आप संसार में ख़ुशी फैलाना चाहते है तो जितना फैला सकते है फैलाइये।

जीवन ऐसा कुछ भी नहीं जो समस्या हो। हर चीज एक संभावना है।

जीवन ऐसा कुछ भी नहीं जो समस्या हो। हर चीज एक संभावना है।

हर चीज से स्वतंत्र हो जाना ही, यहाँ तक कि अपने आप से भी, असली स्वतंत्रता!

हर चीज से स्वतंत्र हो जाना ही, यहाँ तक कि अपने आप से भी, असली स्वतंत्रता!

अगर आप अकेले है और आप दुखी हैं इसका मतलब आप ख़राब संगत में हैं।

अगर आप अकेले है और आप दुखी हैं इसका मतलब आप ख़राब संगत में हैं।

स्पष्टता के बिना आत्मविश्वास बस एक आपदा की तरह है।

स्पष्टता के बिना आत्मविश्वास बस एक आपदा की तरह है।

एक साधारण इन्सान के जीवन की यात्रा गर्भ से शुरू होकर कब्र तक जाती है। जबकि एक जागरूक इन्सान का जीवन, गर्भ से शुरू होकर मुक्ती की तरफ जाती है।

एक साधारण इन्सान के जीवन की यात्रा गर्भ से शुरू होकर कब्र तक जाती है। जबकि एक जागरूक इन्सान का जीवन, गर्भ से शुरू होकर मुक्ती की तरफ जाती है।

आत्म-ज्ञान का मतलब यह एहसास होना है कि आप अब तक कितने बड़े मूर्ख थे। हर चीज यहीं ठीक आपके भीतर थी और आपको इसका पता न था।

आत्म-ज्ञान का मतलब यह एहसास होना है कि आप अब तक कितने बड़े मूर्ख थे। हर चीज यहीं ठीक आपके भीतर थी और आपको इसका पता न था।

अगर आप खुशहाली चाहते हैं, तो अपने भीतर झांकना ही एकमात्र तरीका है।

अगर आप खुशहाली चाहते हैं, तो अपने भीतर झांकना ही एकमात्र तरीका है।

ध्यान करने के लिए बस इतना ही करना होता है। अगर आप उन चीजों से अपनी पहचान बनाना बंद कर दें जो आप नहीं हैं, तो आपका मन शांत हो जाएगा।

ध्यान करने के लिए बस इतना ही करना होता है। अगर आप उन चीजों से अपनी पहचान बनाना बंद कर दें जो आप नहीं हैं, तो आपका मन शांत हो जाएगा।

सफलता हमें तब मिलती है, जब आप अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल कर पाते हैं।

सफलता हमें तब मिलती है, जब आप अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल कर पाते हैं।

आप इस ब्रह्माण्ड में धूल के बस एक कण की तरह हैं। अगर आप अपने अस्तित्व का संदर्भ को समझ जाते हैं, तो आप स्वाभाविक रूप से शांत हो जाएंगे।

आप इस ब्रह्माण्ड में धूल के बस एक कण की तरह हैं। अगर आप अपने अस्तित्व का संदर्भ को समझ जाते हैं, तो आप स्वाभाविक रूप से शांत हो जाएंगे।

गर आपको आज बुरा महसूस हो रहा है तो सबसे पहले अपने अंदर देखना होगा कि आप क्या गलत कर रहे हो।

गर आपको आज बुरा महसूस हो रहा है तो सबसे पहले अपने अंदर देखना होगा कि आप क्या गलत कर रहे हो।