वह जो खुद पर विजय हासिल कर लेते हैं। वो सबसे बड़े वीर योद्धा है।
सफलता हमेशा पूर्व की तैयारी पर निर्भर करती है, और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है।
महानता, कभी न गिरने में नहीं हैं बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।
वास्तव में हमारा जीवन बहुत ही सरल हैं, लेकिन हम ही उसे जटिल बनाने पर तुले रहते हैं।
बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है।
जिसे आप खुद नहीं पसंद करते उसे दूसरों पर मत थोपिए।
मैं सुनता हूँ और भूल जाता हूँ, मैं देखता हूँ और याद रखता हूँ, मैं करता हूँ और समझ जाता हूँ।
श्रेष्ठ व्यक्ति हमेशा धर्माचरण का सोचता है; आम आदमी आराम की सोचता है।
एक महान व्यक्ति का कथनी में कम, और करनी में ज्यादा होता है।
यह जानते हुए कि सही क्या है, उसे न करना सबसे बड़ी कायरता है।
ईमानदारी और सच्चाई उच्च-नैतिकता के लिए आधार का काम करती हैं।
अगर आपको उत्कृष्ट भविष्य का निर्माण करना है, तो अतीत का अध्ययन करें।
एक शेर से ज्यादा एक दमनकारी सरकार से डरना चाहिए।
वास्तविक शिक्षा वही है जो किसी के अज्ञान की सीमा को जान सके।
दुनिया के हर एक चीज में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे नहीं देख पाता।
सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है, और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है।
जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करता है वह अपनी भलाई निश्चित कर लेता है।
रत्न बिना रगड़े कभी नहीं चमकते। वैसे ही आदमी का व्यक्तित्व बिना संघर्ष नहीं निखरता।
महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।
आप कही भी जाएँ, दिल से जाएँ।
यह सबसे अच्छी बात होगी कि अंधेरे को कोसने के बजाए एक छोटा सा दीया जलाया जाए।
आप क्या जानते हैं और आप क्या नहीं जानते हैं का पता होना, ही सच्चा ज्ञान है।
म्रत्यु और जीवन के अपने नियोजन निर्धारित हैं, सम्पति और सम्मान भगवान् पर निर्भर करते हैं।
बुद्धि, करुणा, और साहस, व्यक्ति के लिए तीन सार्वभौमिक मान्यता प्राप्त नैतिक गुण हैं।
खामोशी इंसान की सच्ची दोस्त होती है, जो कभी उसके रहस्य उजागर नहीं करती।
जब भी क्रोध बढ़े, उसके परिणामों के बारे में सोचें।
बिना किसी आदर-भावना के अहसास के, हम इंसान को जानवरों से कैसे अलग कर सकते हैं?
किसी कमी के साथ एक हीरा बिना किसी कमी के पत्थर से बेहतर है।
तुम बिना कुछ सीखे एक किताब नहीं खोल सकते।
धैर्य से बड़ी से बड़ी कठिनाईयों से बाहर निकला जा सकता है।
प्रतिशोध-रथ पर सवार हो तो, यात्रा प्रारम्भ करने से पहले दो कब्र खोदिये।
यह बात कोई मायने नहीं रखती की आप कितना धीमे चल रहे हैं, जब तक की आप रुकें नहीं।
एक सज्जन अपने कर्मों का अपने शब्दों से मेल नहीं होने पर शर्मिंदा होगा।
वह जो स्वयं पर विजय प्राप्त करते हैं। वह सबसे बड़े पराक्रमी योद्धा है।
जब आप किसी प्रशंसनीय व्यक्ति को देखे तब आप उससे भी अच्छा बनने की चेष्टा करे। लेकिन जब आप अप्रशंसनीय व्यक्ति को देखे, तब स्वयं के अंदर झांककर आत्मनिरीक्षण करे।
जब यह स्पष्ट हो कि लक्ष्य तक पहुंचा नहीं जा सकता, तब लक्ष्य न बदले। तब लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपनाए गए तरीकों में बदलाव लाए।
व्यक्ति जितना अधिक अच्छे विचारों पर चिंतन-मनन करेगा, उसकी दुनिया उतनी ही बेहतर एवं व्यापक होगी।
उस काम का चुनाव करे, जिसे करने में आनंद आता हो। फिर आपको जिंदगी भर एक भी काम नहीं करना पड़ेगा।
जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढियाँ गन्दी हों, तो पडोसी की छत पे पड़ी गन्दगी को देखना बंद कीजिये।
जब हम अपने से विपरीत स्वभाव वाले व्यक्ति को देखे, तब हमें अपने अंदर झांककर उसकी धारणा पर विचार करना चाहिए।
अच्छी तरह से शासित देश में, गरीबी के लिए शर्मिंदा होना पड़ता है। बुरी तरह से शासित देश में, संपत्ति के लिए शर्मिंदा होना पड़ता है।
जीतने की संकल्प शक्ति, सफल होने की इच्छा और अपने अंदर मौजूद क्षमताओं के उच्चतम् स्तर तक पहुंचने की तीव्र अभिलाषा, ये ऐसी चाबियां हैं जो व्यक्तिगत उत्कृष्टता के बंद दरवाजे खोल देती है।
वह व्यक्ति जो सीखता है, पर सोचता नहीं वह सीखकर भी खो देगा। वही वह व्यक्ति जो सोचता है, लेकिन सीखता नहीं वह बहुत भारी खतरे में पड़ने वाला होता है।
नफरत करना आसान है, प्रेम करना मुश्किल. चीजें इसी तरह काम करती हैं। सारी अच्छी चीजों को पाना मुश्किल होता है, और बुरी चीजें बहुत आसानी से मिल जाती हैं।
जीतने की इच्छाशक्ति, सफलता की लगन, किसी काम को अपनी पूरी क्षमता से करने की ज़िद…ये वो चाबियां हैं, जो आपके लिए दुनिया में सबसे ऊंचा मुकाम हासिल करने के दरवाज़े खोल देंगी।
हम अपना ज्ञान तीन तरीको से अर्जित कर सकते हैं। पहला, चिंतन करके, जो कि सबसे सही तरीका है। दूसरा, अनुकरण करके, जो कि सबसे आसान है, और तीसरा अनुभव से, जो कि सबसे कष्टकारी है।
मुझे विश्वास है, बुढ़ापा एक सुखद और अच्छी बात है, यह सच है कि धीरे- धीरे चीजें आपके हाँथ से निकल जाती हैं, लेकिन फिर भी दर्शक के रूप में आपको एक आराम दायक अग्रिम स्थान दिया जाता है।
जीवन की उम्मीदें कर्मठता पर निर्भर है; एक मैकेनिक को अपने काम में खरा उतरने के लिए, पहले अपने उपकरणों को तेज करना जरुरी है।
अगर आप एक साल की योजना बना रहे है, तो एक बीज बोईये, योजना अगर दस साल की है तो पेड़ लगाईये और अगर योजना सौ साल की है तो शिक्षक बन जाइए।