Kalidas Quotes, Status, and Thoughts in Hindi

दुखती आँखों वाले को सामने दीपशिखा अच्छी नहीं लगती.

दुखती आँखों वाले को सामने दीपशिखा अच्छी नहीं लगती.

मन को विचलित करने वाली कितनी भी परिस्थितियाँ क्यों न हों पर एक धैर्यवान पुरुष कभी भी विचलित नहीं होता।

मन को विचलित करने वाली कितनी भी परिस्थितियाँ क्यों न हों पर एक धैर्यवान पुरुष कभी भी विचलित नहीं होता।

अनर्थ अवसर की ताक में रहते हैं.

अनर्थ अवसर की ताक में रहते हैं.

दुष्ट अपकार से नहीं, उपकार से ही शांत रहता है.

दुष्ट अपकार से नहीं, उपकार से ही शांत रहता है.

कोई वस्तु पुरानी होने से अच्छी नहीं हो जाती और न कोई काव्य नया होने से ही निंदनीय हो जाता है.

कोई वस्तु पुरानी होने से अच्छी नहीं हो जाती और न कोई काव्य नया होने से ही निंदनीय हो जाता है.

जिस प्रकार बड़ा छेद हो या छोटा वो नाव को डुबो देता है उसी तरह  दुष्ट व्यक्ति की दुस्टता उसे बर्बाद कर देती है।

जिस प्रकार बड़ा छेद हो या छोटा वो नाव को डुबो देता है उसी तरह दुष्ट व्यक्ति की दुस्टता उसे बर्बाद कर देती है।

जो स्वयं सुंदर है, उसकी सुन्दरता किसी अन्य वस्तु से नहीं बढती.

जो स्वयं सुंदर है, उसकी सुन्दरता किसी अन्य वस्तु से नहीं बढती.

काम की समाप्ति यदि संतोषजनक हो तो परिश्रम की थकान याद नहीं रहती।

काम की समाप्ति यदि संतोषजनक हो तो परिश्रम की थकान याद नहीं रहती।

वृक्ष के समान बनों जो कड़ी गर्मी झेलने के बाद भी सभी को छाया देता है।

वृक्ष के समान बनों जो कड़ी गर्मी झेलने के बाद भी सभी को छाया देता है।

दुःख या सुख किसी पर सदा ही नहीं रहते. ये तो पहिए के घेरे के समान कभी नीचे, कभी ऊपर यों ही होते रहते हैं.

दुःख या सुख किसी पर सदा ही नहीं रहते. ये तो पहिए के घेरे के समान कभी नीचे, कभी ऊपर यों ही होते रहते हैं.

आह, मेरी इच्छाएं आशा बन जाती हैं।

आह, मेरी इच्छाएं आशा बन जाती हैं।

जल आग की गर्मी से गर्म हो जाता है पर वास्तव में उसका स्वाभाव तो  ठंडा ही होता है।

जल आग की गर्मी से गर्म हो जाता है पर वास्तव में उसका स्वाभाव तो ठंडा ही होता है।

शत्रु के छिद्र अर्थात दोष या कमजोरी को देख कर उसी पर आघात करने से विजय मिलती है.

शत्रु के छिद्र अर्थात दोष या कमजोरी को देख कर उसी पर आघात करने से विजय मिलती है.

जो सुख-दुःख के पश्चात होता है, वह साधारण सुख से अधिक सुखमय होता है.

जो सुख-दुःख के पश्चात होता है, वह साधारण सुख से अधिक सुखमय होता है.

हंस पानी मिले दूध मे से दूध पी लेता है और पानी छोड़ देता है।

हंस पानी मिले दूध मे से दूध पी लेता है और पानी छोड़ देता है।

कोई वस्तु पुरानी होने से अच्छी नहीं हो जाती और न ही कोई काव्य नया होने से निंदनीय हो जाता है।

कोई वस्तु पुरानी होने से अच्छी नहीं हो जाती और न ही कोई काव्य नया होने से निंदनीय हो जाता है।

उदय होते समय सूर्य लाल होता है और अस्त होते समय भी. उसी संपत्ति हो या विपत्ति; महँ पुरुषों में एकरूपता होती है.

उदय होते समय सूर्य लाल होता है और अस्त होते समय भी. उसी संपत्ति हो या विपत्ति; महँ पुरुषों में एकरूपता होती है.

गुण से ही व्यक्ति की पहचान होती है, गुनी व्यक्ति सब जगह अपना आदर करा लेता है।

गुण से ही व्यक्ति की पहचान होती है, गुनी व्यक्ति सब जगह अपना आदर करा लेता है।

काम की समाप्ति संतोषपूर्ण हो तो परिश्रम की थकान याद नहीं रहती

काम की समाप्ति संतोषपूर्ण हो तो परिश्रम की थकान याद नहीं रहती

विश्व महापुरुष को ढूंढता है न कि महापुरुष विश्व को.

विश्व महापुरुष को ढूंढता है न कि महापुरुष विश्व को.

दान पुण्य केवल परलोक में सुख देता है पर योग्य संतान अपनी सेवा द्वारा इस लोक और परलोक दोनों में ही सुख देती है।

दान पुण्य केवल परलोक में सुख देता है पर योग्य संतान अपनी सेवा द्वारा इस लोक और परलोक दोनों में ही सुख देती है।

नम्रता के सानिध्य में ऐश्वर्य की शोभा बढ़ती जाती है.

नम्रता के सानिध्य में ऐश्वर्य की शोभा बढ़ती जाती है.

सज्जन पुरुष बिना कहे ही दूसरों का भला कर देते हैं जिस प्रकार सूर्य घर घर जाकर प्रकाश देता है।

सज्जन पुरुष बिना कहे ही दूसरों का भला कर देते हैं जिस प्रकार सूर्य घर घर जाकर प्रकाश देता है।