मुंशी प्रेमचंद के प्रेरक विचार

30+ Best Munshi Premchand Quotes in Hindi

वह प्रेम जिसका लक्ष्य मिलन है प्रेम नहीं वासना है।

वह प्रेम जिसका लक्ष्य मिलन है प्रेम नहीं वासना है।

 कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरुरत पड़ती है।

कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरुरत पड़ती है।

दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी कम प्यारे नहीं होते।

दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी कम प्यारे नहीं होते।

 अमीरी की कब्र पर उगी गरीबी बड़ी जहरीली होती है।

अमीरी की कब्र पर उगी गरीबी बड़ी जहरीली होती है।

 आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता है।

आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता है।

निर्धनता प्रकट करना निर्धन होने से अधिक दुखदायी होता है।

निर्धनता प्रकट करना निर्धन होने से अधिक दुखदायी होता है।

आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म और अधिकार है।

आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म और अधिकार है।

दु:खी हृदय दुखती हुई आँख है, जिसमें हवा से भी पीड़ा होती है।

दु:खी हृदय दुखती हुई आँख है, जिसमें हवा से भी पीड़ा होती है।

 मन एक डरपोक शत्रु है जो हमेशा पीठ के पीछे से वार करता है।

मन एक डरपोक शत्रु है जो हमेशा पीठ के पीछे से वार करता है।

अंधी प्रशंसा अपने पात्र को घमंडी और अंधी भक्ति धूर्त बनाती है!

अंधी प्रशंसा अपने पात्र को घमंडी और अंधी भक्ति धूर्त बनाती है!

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